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रूस के तीन विमानों ने काबुल में पहुंचाई मानवीय सहायता, 214 लोग वापस मास्को गए

तीन रूसी विमानों ने काबुल एयरपोर्ट पर मानवीय सहायता पहुंचाई है और 214 रूसी नागरिकों व रूस में पढ़ रहे अफगानी छात्रों को अपने साथ मास्को ले गए हैं। बताया जाता है कि इन में ज्यादातर किर्गिस्तान के रहने वाले लोग हैं।

By TaniskEdited By: Published: Wed, 01 Dec 2021 06:40 PM (IST)Updated: Wed, 01 Dec 2021 06:40 PM (IST)
रूस के तीन विमानों ने काबुल में पहुंचाई मानवीय सहायता, 214 लोग वापस मास्को गए
रूस के तीन विमानों ने काबुल में पहुंचाई मानवीय सहायता।

काबुल, एएनआइ। काबुल में रूसी राजदूत दिमित्री झरिनोव ने कहा कि तालिबान को अफगानिस्तान में प्रभावशाली तरीके से आतंकवाद से लड़ने में काफी परेशानी हो रही है। चूंकि उनके पास आर्थिक संसाधनों की कमी है। इसी बीच, तीन रूसी विमानों ने काबुल एयरपोर्ट पर मानवीय सहायता पहुंचाई है और 214 रूसी नागरिकों व रूस में पढ़ रहे अफगानी छात्रों को अपने साथ मास्को ले गए हैं। बताया जाता है कि इन में ज्यादातर किर्गिस्तान के रहने वाले लोग हैं। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के आदेश पर यह कदम उठाया गया है।

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तालिबान को आतंकी गतिविधियों पर काबू पाने में हो रही परेशानी

रूसी रक्षा मंत्रालय के अनुसार मास्को से आए तीन रूसी विमानों सेकेंड-76 से काबुल एयरपोर्ट पर मानवीय सहायता पहुंचाई गई है। साथ ही 214 रूसी नागरिकों और रूस में शिक्षा ग्रहण कर रहे अफगानी छात्रों को वापस मास्को ले जाया गया है। इसी बीच, स्पुतनिक ने रूसी राजदूत झिरनोव के हवाले से कहा कि सितंबर के महीने से तालिबान के कब्जेवाले काबुल में आतंकी संगठन भूमिगत हो गए हैं। वह अपनी जगह बार-बार बदल रहे हैं। ऐसे हालत में वित्तीय संकट के चलते तालिबान को इन आतंकी गतिविधियों पर काबू करने में काफी परेशानी हो रही है। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान की बैंकिंग प्रणाली भी ठप पड़ चुकी है।

रिग में 18 सालों की अपनी मौजूदगी पर समीक्षा की

दूसरी ओर, नाटो के सदस्य देशों के विदेश मंत्रियों ने नाटो सेनाओं के अफगानिस्तान को छोड़ने के महज तीन महीने बाद लातीविया के रिग में 18 सालों की अपनी मौजूदगी पर समीक्षा की है। नाटो देशों के सुरक्षा बल वर्ष 2003 से अफगानिस्तान में तैनात थे। उनकी मदद से ही अफगानिस्तानी सेना की स्थापना कर उन्हें आधुनिक सैन्य प्रशिक्षण दिया जा सका था। ताकि वह भी तालिबान और अलकायदा का मुकाबला कर सकें।

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