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DATA STORY : वैज्ञानिक शोध के मामले में ये देश हैं अव्वल, बड़ी छलांग लगाकर भारत पहुंचा तीसरे नंबर पर

अमेरिकी नेशनल साइंस फाउंडेशन के डाटा के अनुसार 2018 में साइंस और इंजीनियरिंग के कुल 2555959 लेख प्रकाशित हुए। बीते एक दशक के मुकाबले इनमें हुई बढ़ोतरी बेहतर थी। दस साल पहले यह आंकड़ा 1755850 था। गत दस वर्षों में सालाना 4 फीसद की दर से वृद्धि हुई है।

By Vineet SharanEdited By: Published: Thu, 07 Jan 2021 08:16 AM (IST)Updated: Thu, 07 Jan 2021 08:23 AM (IST)
DATA STORY : वैज्ञानिक शोध के मामले में ये देश हैं अव्वल, बड़ी छलांग लगाकर भारत पहुंचा तीसरे नंबर पर
भारत ने 2000 में 21,770 लेख प्रकाशित किए, जिनमें लगातार बढ़ोतरी होती रही। 2005 में यह 33, 516 हो गई।

नई दिल्ली, जेएनएन। दुनियाभर में विज्ञान के क्षेत्र में रोजाना नए प्रयोग हो रहे हैं। हर मुल्क टेक्नोलॉजी, विज्ञान, चिकित्सा जैसे क्षेत्रों में नए कीर्तिमान स्थापित करने की कोशिश कर रहा है। पहले साइंस में पश्चिमी देशों का बोलबाला था, पर बीते चार दशकों में एशियाई देशों ने भी इस क्षेत्र में जबरदस्त तरक्की की है। इसी का नतीजा है कि वे अब पश्चिमी मुल्कों के साथ प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं। यही नहीं एशियाई देशों ने इस मामले में कई यूरोपीय देशों को पछाड़ भी दिया है। इस श्रेणी में भारत और चीन जैसे देश काफी तेजी से आगे बढ़े हैं। अमेरिकी नेशनल साइंस फाउंडेशन (एनएसएफ) द्वारा जारी किए गए डाटा इस बात की पुष्टि भी करते हैं।

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अमेरिकी नेशनल साइंस फाउंडेशन (एनएसएफ) द्वारा सार्वजनिक किए गए डाटा के अनुसार, 2018 में साइंस और इंजीनियरिंग के कुल 2,555,959 लेख प्रकाशित हुए। बीते एक दशक के मुकाबले इनमें हुई बढ़ोतरी बेहतर थी। दस साल पहले यह आंकड़ा 1,755,850 था। इस सेक्टर की तरक्की का अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि गत दस वर्षों में इस सेक्टर में सालाना 4 फीसद की दर से वृद्धि हुई है। वहीं, इस मामले में चीन और भारत की तरक्की शानदार है। एक तरफ 2008 में अमेरिका इस मामले में अव्वल था, वहीं 2018 में चीन नंबर एक के स्थान पर काबिज हो चुका है और भारत तीसरे स्थान पर आ गया है, जबकि अमेरिका नंबर दो के स्थान पर है।

रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका ने 2008 में पीयर रिव्यूड जनरल में साइंस और इंजीनियरिंग के 3,93,979 लेख प्रकाशित किए थे, जबकि उस दौर में चीन ने 2,49,049 पब्लिश किए थे। चीन ने 2018 में 5,28,263 लेख प्रकाशित किए थे। इसके बनिस्पत अमेरिका ने 4,22,808 लेख पब्लिश किए थे। वहीं तीसरे नंबर पर मौजूद भारत ने 1,35,788 लेख प्रकाशित किए थे। यूरोपीय यूनियन ने संयुक्त तौर पर 6,22,125 रिसर्च लेख प्रकाशित किए थे। यह वैश्विक लेखों का करीब एक चौथाई है। चीन का इस मामले में 20.67 फीसद और अमेरिका का 16.54 फीसद का योगदान है।

अमेरिकी नेशनल साइंस फाउंडेशन (एनएसएफ) के डाटा के अनुसार, भारत ने वर्ष 2000 में 21,770 लेख प्रकाशित किए थे, जिनमें लगातार बढ़ोतरी होती रही। 2005 में यह बढ़कर 33, 516 हो गई। 2010 में यह आंकड़ा 62,436 हो गया। 2015 में यह 101,813 हो गया। 2018 में यह 135,788 हो गया। 


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