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ट्रंप की शांति योजना के बाद इजरायल-फलस्तीन संघर्ष तेज, हमास की सैन्‍य चौकियों पर हमला

यह हमला ऐसे समय किया गया है जब अमेरिका इस क्षेत्र में शांति कायम करने की पहल कर रहा है।

By Ramesh MishraEdited By: Published: Sun, 09 Feb 2020 12:58 PM (IST)Updated: Sun, 09 Feb 2020 01:01 PM (IST)
ट्रंप की शांति योजना के बाद इजरायल-फलस्तीन संघर्ष तेज, हमास की सैन्‍य चौकियों पर हमला
ट्रंप की शांति योजना के बाद इजरायल-फलस्तीन संघर्ष तेज, हमास की सैन्‍य चौकियों पर हमला

जेरूसलम, एजेंसी । इजरायली सेना ने कहा है कि उसके टैंकों ने शनिवार को गाजा पट्टी में हमास की सैन्‍य चौकियों पर हमला किया है। सेना ने कहा कि टैंक ने उत्तरी गाजा पट्टी में हमास के दो सैन्य चौकियों को निशाना बनाया। यह हमला ऐसे समय किया गया है, जब अमेरिका इस क्षेत्र में शांति कायम करने की पहल कर रहा है। बता दें कि फिलिस्तीनी हमले 28 जनवरी से तेज हो गए हैं, जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इजरायल-फिलिस्तीनी संघर्ष को हल करने के लिए अपना एक प्रस्‍ताव जारी किया। इस योजना को वेस्ट बैंक और गाजा दोनों में फिलिस्तीनी नेतृत्व ने दृढ़ता से खारिज कर दिया।

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इसी बीच अमेरिकी राष्ट्रपति ने हाल ही में इजरायल और फलस्तीन के विवाद के समाधान के लिए अपनी मध्य पूर्व योजना देकर इस क्षेत्र में एक नई बहस को बढ़ावा दिया है। ट्रंप ने इजरायल-फलस्तीन समस्या के समाधान के प्रस्ताव को शताब्दी का समझौता कहा है। इसके तहत ट्रंप ने प्रस्ताव दिया है कि वेस्ट बैंक और जॉर्डन घाटी में यहूदी अधिवासों का नियंत्रण रहे यानी इन क्षेत्रों पर इजरायल की संप्रभुता और नियंत्रण स्थापित रहे। ट्रंप के इस प्रस्ताव को 1993 के ओस्लो शांति समझौते का उल्लंघन माना जा रहा है जिसमें फलस्तीनी राज्य के विचार को मान्यता दी गई थी।

अमेरिका की शांति प्रस्ताव  योजना 

  • शांति प्रस्ताव में जॉर्डन घाटी पर इजरायल की संप्रभुता को मान्यता देते हुए नियंत्रण को धीरे-धीरे भविष्य में कम करने का सुझाव दिया गया है। इसमें वेस्ट बैंक को उत्तरी और दक्षिणी भागों में विभाजित करने की बात की गई है और फलस्तीन का तुष्टीकरण करते हुए यह प्रस्ताव किया गया है कि गाजा को वेस्ट बैंक से जोड़ने वाले सड़क मार्ग को एक बार फिर से बनाया जाए।

  • मध्य पूर्व योजना में फलस्तीन को इजरायली क्षेत्र में स्थित असडोड में बंदरगाह पहुंच देने और फलस्तीन को पुल और सुरंगों की सुविधा देने की बात की गई है। गाजा क्षेत्र में वर्तमान में फलस्तीनियों पर हमास का शासन है और नए प्रस्ताव के तहत फलस्तीनियों को मिस्न की सीमा के निकट इजरायल क्षेत्र में भूमि आदान-प्रदान की सुविधा देने का प्रस्ताव है।
  • फलस्तीन की भविष्य में राजधानी पूर्वी यरुशलम में करने का प्रस्ताव है और इजराइल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने भी स्पष्ट किया है कि अमेरिकी राष्ट्रपति ने यरुशलम के पड़ोस में अबू दिस को फलस्तीन की राजधानी के रूप में प्रस्तावित किया है। 
  • इस योजना के तहत इजरायल को गाजा के क्षेत्रीय जल पर संप्रभुता देने की बात की गई है और इसमें यरुशलम को इजरायल के अविभाजित राजधानी के रूप में प्रस्तावित किया गया है। योजना के अनुसार इसका नाम बदलकर अल कुद्स किया जा सकता है जो कि यरुशलम का अरबी नाम है या फिर फलस्तीन अपनी राजधानी का नाम अपनी पसंद के आधार पर रख सकता है।

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