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तालिबान ने अमेरिका को चेतावनी दी, वह अफगान नागरिकों को देश छोड़ने के लिए प्रोत्साहित न करे

तालिबान ने मंगलवार को अफगान नागरिकों को देश छोड़ने के लिए प्रोत्साहित करने के खिलाफ अमेरिका को चेतावनी दी है। काबुल से तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने कहा कि वाशिंगटन को अफगान अभिजात वर्ग को देश छोड़ने के लिए प्रोत्साहित नहीं करना चाहिए।

By Avinash RaiEdited By: Published: Tue, 24 Aug 2021 11:31 PM (IST)Updated: Tue, 24 Aug 2021 11:31 PM (IST)
तालिबान ने अमेरिका को चेतावनी दी, वह अफगान नागरिकों को देश छोड़ने के लिए प्रोत्साहित न करे
तालिबान ने अमेरिका को चेतावनी दी है कि वह अफगान नागरिकों को देश छोड़ने के लिए प्रोत्साहित न करे

काबुल, एएनआइ। तालिबान द्वारा अफगानिस्तान पर कब्जा करने से नागरिकों में डर का माहौल बना हुआ है। एक तरफ जहां लोग तालिबान के डर से देश छोड़ने को मजबूर हो रहे हैं, तो वहीं दूसरी तरफ तालिबान अमेरिका पर आरोप लगा रहा है कि अमेरिका अफगान नागरिकों को देश छोड़ने के लिए प्रोत्साहित कर रहा है।

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तालिबान ने मंगलवार को अफगान नागरिकों को देश छोड़ने के लिए प्रोत्साहित करने के खिलाफ अमेरिका को चेतावनी दी है। टोलो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, काबुल से तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने कहा कि वाशिंगटन को अफगान अभिजात वर्ग को देश छोड़ने के लिए प्रोत्साहित नहीं करना चाहिए क्योंकि अमेरिका हाल के दिनों में कुछ अफगानों को देश से निकाल रहा है।

तालिबान की यह प्रतिक्रिया तब आ रही है जब अमेरिका सहित दूसरे देश अपने नागरिकों और अफगान नागरिकों को देश से निकाल रहे हैं, जो तालिबान के नेतृत्व वाले अफगानिस्तान में जोखिम में हैं।

व्हाइट हाउस ने एक ट्वीट के जरिए जानकारी दी कि 14 अगस्त के बाद से, अमेरिका ने लगभग 58,700 लोगों को निकाला है, जबकि देश ने जुलाई के अंत से लगभग 63,900 लोगों को फिर से बसाया है। कई अफगान राजनेता, पूर्व सरकारी कर्मचारी और पत्रकार देश छोड़ चुके हैं क्योंकि उन्हें डर है कि उन्हें तालिबान द्वारा निशाना बनाया जाएगा।

अफगानिस्तान में पंजशीर प्रांत एकमात्र ऐसा प्रांत है जहां तालिबान का कब्जा नहीं है। इस पर मुजाहिद ने कहा कि तालिबान पंजशीर में समस्या को शांतिपूर्वक हल करने के लिए प्रतिबद्ध है। बता दें कि घाटी काबुल से लगभग 90 मील उत्तर में हिंदू कुश पहाड़ों में स्थित है।

अफगानिस्तान राजदूत नासिर अहमद अंदिशा ने संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद के सामने तालिबान पर आरोप लगाया था कि पत्रकारों को डराने व धमकाने के साथ-साथ घर-घर जाकर तलाशी की ली जा रही है। तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने अपनी सफाई देते हुए कहा कि कोई घर-घर तलाशी नहीं हुई है क्योंकि तालिबान ने पहले ही आम माफी की घोषणा कर दी है।


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