अफगानिस्तान में बामियान बौद्ध स्थल का निशाने के लिए उपयोग कर रहे तालिबान आतंकी, जारी हुआ वीडियो
तालिबान की कथनी और कथनी में अंतर दिखने लगा है। हाल ही जारी हुए वीडियो से तो उनकी मंशा बिल्कुल साफ हो गई है। तालिबान को उन गुफाओं में राकेट से गोले दागते हुए देखा जा सकता है। बामियान में बुद्ध की विशाल प्रतिमाएं 1400 वर्षों से विद्यमान थीं।
काबुल, एजेंसी। तालिबान की कथनी और कथनी में अंतर वैसे तो उनके सत्ता कब्जाने के बाद से ही दिखने लगा था, लेकिन हाल ही जारी हुए वीडियो से तो उनकी मंशा बिल्कुल साफ हो गई है। वर्षो पहले उन्होंने ऐतिहासिक धरोहर वाले बामियान बौद्ध स्थल की विशालकाय मूर्तियों को नष्ट किया तो अब वे उस स्थल का इस्तेमाल निशाना लगाने (टारगेट प्रैक्टिस) के लिए कर रहे हैं। इसको लेकर हाल ही में इंटरनेट मीडिया पर कई वीडियो वायरल हुए हैं, जिनमें तालिबान लड़ाकों को उन गुफाओं में राकेट से गोले दागते हुए देखा जा सकता है। बामियान में बुद्ध की विशाल प्रतिमाएं 1,400 से अधिक वर्षों से विद्यमान थीं।
अत्याधुनिक हथियारों के साथ गुफाओं के पास निशाना बना रहे हैं तालिबान
इन वीडियो को गांधार समाचार ने साझा किया है जिनमें कम से कम सात तालिबान आतंकियों को अपने अत्याधुनिक हथियारों के साथ गुफाओं के पास निशाना लगाते देखा जा सकता है। वे तालिबान के समर्थन में नारे भी लगा रहे हैं। वीडियो में एक ग्रेनेड उस जगह पर गिरता है, जहां कभी विशाल बुद्ध की प्रतिमा होती थी। इस संबंध में गांधार समाचार ने तालिबान सरकार के सांस्कृतिक आयोग के उप प्रमुख अहमदुल्ला वासिक से जब पूछा तो उन्होंने कहा कि जांच जारी है और अपराधियों को पकड़कर उन्हें न्याय के दायरे में लाया जाएगा। टारगेट प्रैक्टिस कर रहे आतंकी तालिबान की उस कमांड यूनिट से हैं, जो उस स्थल की सुरक्षा के लिए तैनात हैं।
तालिबान ने ऐतिहासिक स्थल की सुरक्षा का वादा किया था
बता दें कि दोहा में तालिबान वार्ता के सदस्य और बामियान के प्रांतीय गवर्नर मुल्ला शिरीन अखुंद ने इस ऐतिहासिक स्थल की सुरक्षा का वादा किया था। तालिबान की ओर से भी यह वादा किया गया था कि वे बौद्ध अवशेषों की सुरक्षा करेंगे ताकि अधिक से अधिक पर्यटक आ सकें। बामियान के सूचना निदेशालय प्रमुख ने भी मीडिया से कहा कि तालिबान सरकार धरोहर स्थल के संरक्षण को लेकर प्रतिबद्ध है।