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हक्‍कानी गुट की फायरिंग में तालिबान का पीएम कैंडिडेट अब्‍दुल गनी बरादर घायल, पाकिस्‍तान में चल रहा इलाज

तालिबान और हक्‍कानी गुट के बीच हुई फायरिंग में अब्‍दुल गनी बरादर घायल हो गया है। बरादर का नाम तालिबान की सरकार में प्रधानमंत्री के तौर पर सामने आ रहा था। इस घटना के बाद दोनों के बीच गतिरोध खुलकर सामने आ गया है।

By Kamal VermaEdited By: Published: Sun, 05 Sep 2021 11:25 AM (IST)Updated: Sun, 05 Sep 2021 02:33 PM (IST)
हक्‍कानी गुट की फायरिंग में तालिबान का पीएम कैंडिडेट अब्‍दुल गनी बरादर घायल, पाकिस्‍तान में चल रहा इलाज
अब्‍दुल गनी बरादर हक्‍कानी गुट की फायरिंग में घायल

नई दिल्‍ली (जेएनएन)। अफगानिस्‍तान में तालिबान सरकार के गठन को लेकर अब टकराव साफतौर पर सामने आ गया है। हक्‍कानी गुट और तालिबान के बीच पहले से ही गतिरोध की खबरें सामने आ रही थी। अब पंजशीर आब्‍जरवर ने ट्वीट कर बताया है कि इन दोनों गुटों के बीच हुई फायरिंग में अब्‍दुल गनी बरादर घायल हो गया है। आपको बता दें कि बरादर का नाम तालिबान की भावी सरकार में प्रधानमंत्री के तौर पर लिया जा रहा था। पंजशीर आब्‍जरवर की तरफ से किए गए ट्वीट में ये भी कहा गया है कि घायल बरादर का इलाज पाकिस्‍तान में किया जा रहा है।    

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पंजशीर आब्‍जरवर की मानें तो इन दोनों गुटों के बीच फायरिंग शनिवार रात को हुई है। दोनों के बीच सत्‍ता को लेकर लगातार खींचतान के बाद अब ये काफी उग्र रूप ले चुका है। ट्वीट में ये भी कहा गया है कि हक्‍कानी गुट के नेता अनस हक्‍कानी जो इसके संस्‍थापक जलीलुद्दीन हक्‍कानी का बेटा है, पंजशीर में नार्दर्न एलाइंस के खिलाफ छेड़ी गई लड़ाई के खिलाफ है। वो इस बात पर तैयार नहीं था कि पंजशीर का हल इस तरह से निकाला जाए। इसको लेकर जब विवाद बढ़ा दोनों के बीच हाथापाई हुई और बाद में ये फा‍यरिंग तक जा पहुंची। 

नार्दर्न एलाइंस की तरफ से भी इस घटना को लेकर एक ट्वीट किया गया है। हालांकि, ट्विटर की तरफ से ये दोनों ही वैरिफाइड अकाउंट नहीं हैंं, इसलिए दैनिक जागरण इसकी पुष्टि नहीं करता है। इस अकाउंट के जरिए कहा गया है कि तालिबान के आतंकी पाकिस्‍तान के आईएसआई चीफ के इशारे पर काम कर रहे हैं। इसमें ये भी कहा गया है कि पंजशीर इन आतंकियों के गठजोड़ के आगे खत्‍म हो सकता है लेकिन पाकिस्‍तान के आगे झुक नहीं सकता है। हमें किसी भी सूरत में पाकिस्‍तान और तालिबान दोनों ही स्‍वीकार नहीं है।   

आइएएनएस ने अपनी खबर में बताया है कि दोनों गुटों के बीच हुई इस झड़प के बाद ही पाकिस्‍तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के चीफ अफगानिस्‍तान गए थे। 

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