दुनिया भर में वैधता के लिए पाकिस्तान की पैरवी से तालिबान हुआ नाराज, कही यह बात
तालिबान के अफगानिस्तान पर काबिज होने के बाद से पाकिस्तान के अंतरराष्ट्रीय समुदाय से वैधता के लिए पैरवी करने से तालिबानी नेतृत्व अब पाकिस्तान से नाराज है। अफगानिस्तान की वैधता की पैरवी किया जाना काबुल में तालिबान के ऊंचे पदों पर आसीन लड़ाकों को रास नहीं आया है।
काबुल, आइएएनएस। तालिबान के अफगानिस्तान पर काबिज होने और वहां अंतरिम सरकार बनाने के बाद से पाकिस्तान के अंतरराष्ट्रीय समुदाय से उसकी वैधता के लिए पैरवी करने से तालिबानी नेतृत्व अब पाकिस्तान से नाराज है। पाकिस्तान के विगत 15 अगस्त से लगातार अफगानिस्तान की वैधता की पैरवी किया जाना हालांकि काबुल में तालिबान के ऊंचे पदों पर आसीन लड़ाकों को रास नहीं आया है। कई तालिबान कमांडरों और नेताओं का मानना है कि दुनिया उन्हें सीधे उनके नजरिये से जाने नाकि पाकिस्तान की नजर से देखे। इसलिए तालिबान नेतृत्व ने अब साफ कर दिया है कि किसी और देश को अपनी आवाज नहीं बनाना चाहते।
पाकिस्तान की विश्व के सामने अफगानिस्तान की पैरवी करने से हुए नाराज
उसने यह स्पष्ट कर दिया कि उन्हें अपने घरेलू मामले में कोई बाहरी दखल नहीं चाहिए। तालिबान नेता ने पाकिस्तान या इमरान सरकार से विश्व के सामने अफगानिस्तान की पैरवी करने या जिम्मेदारी लेने का विरोध किया गया है। एक तालिबान नेता ने कहा कि उनका नेतृत्व बातचीत के लिए तत्पर है। वह किसी भी देश से जुड़ाव रखने और विश्व के सामने अपने वजूद को साबित करने के लिए भी रजामंद हैं।
तालिबान के विदेश मंत्री आमिर खान मुताकी ने संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतेरस को भी पत्र लिखा है। इस बीच, तालिबान ने अपने विरोधी आतंकी संगठन आइस के चार आतंकियों को गिरफ्तार कर लिया है। काबुल के उत्तर में दस्तावेज और हथियारों को जब्त कर लिया गया है। तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने कहा कि अभियान की विशेष यूनिट काबुल के पहगाम के पशाई क्षेत्र में तैनात है। इसी क्रम में तालिबान ने मस्जिद पर हमले के बाद एक और आइएस आतंकी को मार गिराया है।
तालिबान ने इमरान को बताया था कठपुतली
पिछले दिनों तालिबान के एक प्रवक्ता ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को फटकारते हुए कहा था कि वे खुद एक कठपुतली हैं, जिन्हें पाकिस्तान के लोगों ने नहीं चुना है। तालिबान के प्रवक्ता ने एक साक्षात्कार के दौरान पाकिस्तान से अनुरोध किया कि वह अफगानिस्तान के मामलों में दखलअंदाजी न करे। तालिबान के प्रवक्ता ने कहा, जिस तरह हम किसी अन्य देश के मामलों में दखल नहीं देते हैं, उसी तरह हम चाहते हैं कि कोई दूसरा देश भी हमारे मामलों में दखल न दे।