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Taliban and Pakistan : पाकिस्तान में खुले आम घूम रहे हैं तालिबान व अन्य आतंकी, झंडे फहराकर नारेबाजी की

पाकिस्तान के विपक्षी सांसद मोहसिन डावर ने कहा है कि तालिबान व अन्य आतंकी संगठन के लोग देश में खुलेआम घूम रहे हैं। यह काम बिना सरकारी संरक्षण के नहीं हो सकता है। यहां आए दिन तालिबान की जीत पर जश्न मनाया जा रहा है।

By Ramesh MishraEdited By: Published: Wed, 21 Jul 2021 07:17 PM (IST)Updated: Wed, 21 Jul 2021 07:20 PM (IST)
Taliban and Pakistan : पाकिस्तान में खुले आम घूम रहे हैं तालिबान व अन्य आतंकी, झंडे फहराकर नारेबाजी की
पाकिस्तान में खुले आम घूम रहे हैं तालिबान व अन्य आतंकी। फाइल फोटो।

काबुल/इस्‍लामाबाद, एजेंसी। पाकिस्तान के विपक्षी सांसद मोहसिन डावर ने कहा है कि तालिबान व अन्य आतंकी संगठन के लोग देश में खुलेआम घूम रहे हैं। यह काम बिना सरकारी संरक्षण के नहीं हो सकता है। यहां आए दिन तालिबान की जीत पर जश्न मनाया जा रहा है। तालिबान के झंडे फहराकर नारेबाजी की जाती है। 

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हमने कभी खुशी नहीं, हमेशा संघर्ष के दिन देखे

एएनआइ के अनुसार अफगान सेना और तालिबान के बीच चल रहे संघर्ष में हजारों परिवार विस्थापित हो गए हैं। टोलो न्यूज के अनुसार कुंदुज की रहने वाली जीबा ने बताया कि उसने अपने सभी बच्चों को इस लड़ाई में खो दिया। हमने कभी खुशी का दिन नहीं, हमेशा संघर्ष के दिन देखे हैं। मोहम्मद हसन ने बताया कि वह संघर्ष में चौथी बार विस्थापित हो रहे हैं। एक विस्थापित महफूजा ने बताया कि उन्हें नहीं मालूम कि ईद कब है। संयुक्त राष्ट्र के आंकड़ों के मुताबिक अब तक पौने तीन लाख परिवार विस्थापित हो चुके हैं।

अफगानिस्तान में ईद के कारण हिंसा की वारदातें थमी

अमेरिका अपनी सेना के साथ काम करने वाले अफगान सहयोगियों को वीजा प्रक्रिया पूरी होने तक वर्जीनिया ले जाकर वहां के सैन्य अड्डे पर रखेगा। अफगानिस्तान में ईद के कारण हिंसा की वारदातें थमी रहीं। काबुल में राष्ट्रपति पैलेस को निशाना बनाकर हमले की अमेरिका ने निंदा की है। बाइडन प्रशासन ने सीनेट में अवगत कराया है कि दुभाषिए, ड्राइवर या इंजीनियर जैसे पदों पर रहकर अमेरिकी सेना की मदद करने वाले ढाई हजार अफगान सहयोगियों और उनके परिवार को वर्जीनिया के सैन्य अड्डे फोर्ट ली में शरण दी जाएगी।

अफगान सहयोगियों को तालिबान के द्वारा निरंतर धमकी

उन्हें वीजा प्रक्रिया शुरू होने के तुरंत बाद ले जाया जा रहा है। सभी को वीजा प्रक्रिया पूरी होने तक वहां रहना पड़ेगा। अमेरिकी सेना के साथ काम करने वाले इन अफगान सहयोगियों को तालिबान के द्वारा निरंतर धमकी दी जा रही है। इनके लिए अमेरिका ने विशेष आव्रजन योजना शुरू की है। प्रेट्र के अनुसार, अमेरिका ने ईद पर राष्ट्रपति अशरफ गनी के पैलेस को निशाना बनाकर किए राकेट हमलों की निंदा की है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा है कि हिंसा मूर्खतापूर्ण है और इस समस्या का जल्द से जल्द राजनीतिक समाधान निकाला जाना चाहिए।


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