चीन के बढ़ते दबाव से निपटने के लिए अमेरिका के साथ बात करेगा ताइवान
चीन के बढ़ते दबाव से निपटने के लिए ताइवान और अमेरिका इस साल वार्ता करेंगे। इस वार्ता की खबर ऐसे समय सामने आई है जब ताइवान पर एकीकरण के लिए चीन दबाव बढ़ाता जा रहा है।
ताइपे, एपी। चीन के बढ़ते दबाव से निपटने के लिए ताइवान और अमेरिका इस साल वार्ता करेंगे। इस वार्ता की खबर ऐसे समय सामने आई है, जब ताइवान पर एकीकरण के लिए चीन दबाव बढ़ाता जा रहा है। दोनों देशों की इस वार्ता से चीन भड़क सकता है। चीन इस स्वशासित द्वीपीय क्षेत्र पर अपना दावा करता है।
अमेरिका के दूत ब्रेंट क्रिस्टेंसन ने यहां मंगलवार को कहा कि ताइपे में वार्ता की योजना है। इसमें अमेरिका के एक वरिष्ठ अधिकारी हिस्सा लेंगे। उन्होंने हालांकि यह नहीं बताया कि बातचीत का मकसद चीन को भड़काने या उसके रुख में बदलाव लाने का है या नहीं। उन्होंने कहा, 'हमारा मानना है कि ताइवान के साथ अच्छे संबंध रखने के साथ ही चीन के साथ भी अच्छे रिश्ते बनाए रखना संभव है।'
उल्लेखनीय है कि चीन का इस बात पर जोर है कि ताइवान उसका क्षेत्र है और वह कहता है कि जरूरत पड़ने पर बल प्रयोग कर उसे अपने नियंत्रण में लिया जा सकता है। जबकि ताइवान की करीब 70 फीसद जनता चीन के इस मकसद का विरोध करती है। उनको यह आशंका है कि चीन, ताइवान के लोकतांत्रिक संस्थाओं को खत्म कर सकता है।
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