Move to Jagran APP

बाली विस्फोटों के संदिग्ध मास्टरमाइंड बशीर को इंडोनेशिया ने किया रिहा, ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री जताई चिंता

जेल से रिहा होने के बाद परिवार के लोग बशीर को मध्य जावा स्थित घर ले गए। बशीर जेल से निकलते वक्ता सफेद रोब (लबादा) सफेद टोपी और फेस मास्क पहने दिखाई दे रहा था। बशीर अलकायदा से संबंध रखने वाले जिमाह इस्लामिया (JI) का आध्यात्मिक नेता माना जाता है।

By Dhyanendra Singh ChauhanEdited By: Published: Fri, 08 Jan 2021 04:24 PM (IST)Updated: Fri, 08 Jan 2021 04:24 PM (IST)
बाली विस्फोटों के संदिग्ध मास्टरमाइंड बशीर को इंडोनेशिया ने किया रिहा, ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री जताई चिंता
जेल से रिहा होने के बाद परिवार के लोग बशीर को मध्य जावा स्थित घर ले गए।

बोगोर (इंडोनेशिया), एजेंसिया। आतंकी ट्रेनिंग कैंप चलाने में 10 वर्ष जेल की सजा भुगतने के बाद इंडोनेशिया ने शुक्रवार को इस्लामिक धर्मगुरु अबू बकर बशीर को रिहा कर दिया। बकर को बाली विस्फोटों का संदिग्ध मास्टरमाइंड भी माना जाता है। हालांकि उस पर यह आरोप कभी साबित नहीं हुए। इन विस्फोटों में 88 ऑस्ट्रेलियाई नागरिकों सहित 202 लोग मारे गए थे। बशीर की रिहाई पर ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री स्कॉट मारीशन ने कहा कि यह खबर विस्फोटों में मारे गए ऑस्ट्रेलियाई नागरिकों के दोस्तों और परिवार के लिए काफी परेशान करने वाली है।

prime article banner

जेल से रिहा होने के बाद परिवार के लोग बशीर को मध्य जावा स्थित घर ले गए। बशीर जेल से निकलते वक्ता सफेद रोब (लबादा), सफेद टोपी और फेस मास्क पहने दिखाई दे रहा था। बशीर अलकायदा से संबंध रखने वाले जिमाह इस्लामिया (JI) का आध्यात्मिक नेता माना जाता है।

वर्ष 2011 में 15 वर्ष जेल की सुनाई गई थी सजा

उसे आतंकी ट्रेनिंग कैंप चलाने में वर्ष 2011 में 15 वर्ष जेल की सजा सुनाई गई थी। जेल की सजा माफ किए जाने के चलते वह लगभग 10 वर्षो तक कारागार में रहा। हालांकि इंडोनेशियाई पुलिस और खुफिया एजेंसियों का कहना है कि बशीर वर्ष 2002 के बाली हमलों और वर्ष 2003 में जकार्ता स्थित जेडब्ल्यू मेरिएट पर हुए हमले में शामिल था, लेकिन इन मामलों में उसे कभी दोषी नहीं ठहराया गया। जेआइ का वरिष्ठ सदस्य और बाली हमलों के लिए बम बनाने में शामिल रहे जुल्करनैन को पिछले महीने गिरफ्तार किया गया था।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.