रानिल विक्रमसिंघे के हाथ फिर होगी श्रीलंका की कमान, प्रधानमंत्री पद की शपथ ली
श्रीलंका में प्रधानमंत्री पद से बर्खास्त किए गए रानिल विक्रमसिंघे को प्रधानमंत्री के पद पर फिर से शपथ ले लिया है।
कोलंबो, एएफपी। श्रीलंका में प्रधानमंत्री पद से बर्खास्त किए गए रानिल विक्रमसिंघे को फिर से बहाल कर दिया है। राजनीतिक उठापटक के बीच शनिवार को महिंदा राजपक्षे ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।
दरअसल, रानिल विक्रमसिंघे के संसद में बहुमत साबित कर देने के बाद राजपक्षे का पद छोड़ना लगभग तय हो गया था। महिंदा राजपक्षे को राष्ट्रपति सिरिसेने ने नियुक्त किया था। सिरिसेन ने 26 अक्टूबर को विक्रमसिंघे को बर्खास्त करके पूर्व राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे को प्रधानमंत्री नियुक्त किया था, लेकिन संसद ने उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित कर दिया।
इस बीच रानिल विक्रमसिंघे के दोबारा प्रधानमंत्री पद पर बहाल होने का भारत ने स्वागत किया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा, ' एक करीबी पड़ोसी और सच्चे दोस्त के नाते भारत श्रीलंका में राजनीतिक उठापटक के समाधान का स्वागत करता है। यह सभी राजनीतिक ताकतों द्वारा प्रदर्शित परिपक्वता का प्रतिबिंब है।'
बता दें कि विक्रमसिंघे की राजनीतिक पार्टी यूएनपी ने सिरिसेन की पार्टी के साथ मिलकर वर्ष 2015 में सरकार बनाई थी। तब राजपक्षे को सत्ता से बाहर होना पड़ा था। 26 अक्टूबर को विक्रमसिंघे के नेतृत्व वाली संयुक्त सरकार से सिरिसेन के यूपीएफए गठबंधन ने समर्थन वापस ले लिया है। इसकी वजह से सरकार अल्पमत में आ गई थी।
श्रीलंका में सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को राष्ट्रपति मैत्रीपाल सिरिसेन को जोर का झटका दिया। शीर्ष अदालत की सात सदस्यीय पीठ ने एकमत से राष्ट्रपति के श्रीलंका की संसद को भंग करने और चुनाव की घोषणा के फैसले को पूरी तरह से असंवैधानिक करार दिया।