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इजरायल अपने सैनिकों को नई वर्चुअल रियलिटी के जरिये कर रहा प्रशिक्षित

तकनीक के इस दौर में वर्चुअल रियलिटी का बोलबोला धीरे-धीरे बढ़ रहा है। वर्चुअल रियलिटी के सेट आपको एक जगह बैठे ही दुनिया की सैर करा सकते हैं।

By Sanjay PokhriyalEdited By: Published: Wed, 28 Aug 2019 11:42 AM (IST)Updated: Wed, 28 Aug 2019 11:46 AM (IST)
इजरायल अपने सैनिकों को नई वर्चुअल रियलिटी के जरिये कर रहा प्रशिक्षित
इजरायल अपने सैनिकों को नई वर्चुअल रियलिटी के जरिये कर रहा प्रशिक्षित

पेटाह टिकवाह (इजरायल), एएफपी। आतंकी हमले के धमाके की आवाज के बाद एक सैनिक अचानक एक संकरी सुरंग में घुसता है और नुकीली चट्टानों के बीच पहुंच जाता है। उसके बाद वह वहां से उतर कर उफनती नदी और दलदल को पार करते हुए दुश्मन तक पहुंचता है और उसे मार देता है, लेकिन तभी उसे अन्य आतंकी घेर लेते हैं... चिंता न करें ये हजबुल्ला के आतंकवादी नहीं हैं, बल्कि यह वर्चुअल रियलिटी (वीआर) का कमाल है, जिसके जरिये इजरायल के सैनिकों को प्रशिक्षित किया जा रहा है।

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सैनिकों को वीआर के जरिये प्रशिक्षित करना शुरू
दरअसल, तकनीकि युग में सैनिकों को परंपरागत तरीके से प्रशिक्षित करने के तरीके अब गुजरे जमाने की बात हो चुके हैं। नए दौर में सैनिकों को आधुनिक वैज्ञानिक उपकरणों के जरिये प्रशिक्षित किया जा रहा है, जो नई दुनिया की चुनौतियों से निपटने के लिए कारगर सिद्ध हो सकता है। इजरायल ने अपने सैनिकों को वीआर के जरिये प्रशिक्षित करना भी शुरू कर दिया है। यहां एक छोटे से कंप्यूटर कक्ष में बैठकर सेना की स्पेशल ऑपरेशन यूनिट के सदस्य नई दुनिया की चुनौतियों से निपटने गुर सीख रहे हैं। वर्चुअल रियलिटी के कमैरों को अपनी आंखों पर बांधे ये सैनिक कभी तेजी से अपने सिर को नीचे करते हैं तो कभी अचानक ऊपर और कभी हाथों के सहारे दीवारों को टलोलते हैं। सुरक्षा कारणों से अपना नाम नहीं बताते हुए एक सैनिक ने कहा ‘हम बैठे-बैठे यहां सब कुछ देख सकते हैं और चुनौतियों से निपटना सीख रहे हैं। वीआर के सेटों को पहनने के बाद मुझे ऐसा लगा है कि मैं वास्तविकता में मौके पर मौजूद हूं।’

उन्होंने कहा ‘वीआर के जरिये सुरंग में जाने के बाद मुझे लगा में वास्तविकता में सुरंग में पहुंच गया है और वहां जो कुछ भी हुआ, वह ठीक वैसा ही था जैसा अक्सर आतंकियों की हमलों में होता है। हमें एक निश्चित समय के बाद अपने टारगेट को खत्म कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचना होता है। यह वाकई बेहद चुनौतीपूर्ण है।’ सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि आज के दौर में कई बार आतंकी भी वैज्ञानिक तकनीकों को प्रयोग कर सुरक्षाकर्मियों को चकमा दे जाते हैं। ऐसे में जरूरी है कि सुरक्षाकर्मियों को भी तकनीकि रूप से कुशल बनाया जाए और हर परिस्थिति से पार पाना सिखाया जाए।

क्या है वर्चुअल रियलिटी यानी वीआर

तकनीक के इस दौर में वर्चुअल रियलिटी का बोलबोला धीरे-धीरे बढ़ रहा है। वर्चुअल रियलिटी के सेट आपको एक जगह बैठे ही दुनिया की सैर करा सकते हैं। इस डिवाइस के माध्यम से आपको गेमिंग और एप्लीकेशन में एक अलग अहसास होगा।

कैसे करता है काम

वर्चुअल हेडसेट का लोग दो तरीकों से उपयोग कर सकते हैं। एक तो सीधे वीआर हेडसेट का उपयोग करने के लिए आप गेमिंग कंसोल से इसे कनेक्ट कर सकते हैं। जिसके बाद आप किसी कार्यक्रम को लाइव देख पाते हैं। वहीं दूसरी ओर अब उपभोक्ता इसका उपयोग स्मार्टफोन के माध्यम से भी कर रहे हैं। इसे आसानी से स्मार्टफोन के साथ भी फिट किया जा सकता है।


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