SpaceX ने सफलतापूर्वक JCSAT-18 / Kacific1 सैटेलाइट के साथ फाल्कन 9 रॉकेट का प्रक्षेपण
स्पेसएक्स की ओर से फाल्कन-9 उपग्रह लांच किया गया है। इससे कुछ हिस्सों में ब्राडबैंड की सुविधा प्रदान करने में सहयोग मिलेगा।
मास्को, एजेंसी। इसरो के बाद अब स्पेस एक्स की ओर से वाणिज्यिक संचार उपग्रह को ले जाने वाले फॉल्कन-9 रॉकेच लांच किया गया। इस रॉकेट के माध्यम से JCSAT-18 / Kacific-1 को लांच किया गया। इस लांचिंग को स्पेसएक्स की ओर से लांच और सेटेलाइट तैनाती का पूरा प्रसारण किया गया। लोगों ने इस लांचिंग को देखा।
Liftoff! pic.twitter.com/dPuCfa89Sc
— SpaceX (@SpaceX) December 17, 2019
आधिकारिक ट्वीटर पेज पर की गई पुष्टिस्पेस एक्स की ओर से अपने आधिकारिक ट्वीटर पेज पर "JCSAT-18 / Kacific1 की सफल तैनाती की पुष्टि " भी की गई। उपग्रह की लांचिंग के मौके पर टीम के सदस्यों ने काफी खुशी मनाई।
Successful deployment of JCSAT-18/Kacific1 confirmed! pic.twitter.com/fGf3hGakVE
— SpaceX (@SpaceX) December 17, 2019
ब्रॉडबैंड इंटरनेट सेवा प्रदान करने में होगी सुविधाबताया गया कि जो उपग्रह लांच किया गया है उस उपग्रह से उत्तरी और दक्षिण पूर्व एशिया, उत्तरी प्रशांत और दक्षिणी अलास्का के कुछ हिस्सों में ब्रॉडबैंड इंटरनेट सेवा प्रदान की जाएगी। इससे पहले इसरो की ओर से भी उपग्रह लांच किए गए थे, इन उपग्रहों से सीमा पर नजर रखी जा सकेगी और अन्य काम भी लिए जाएंगे।
Falcon 9 first stage has landed on the Of Course I Still Love You droneship – the third landing of this booster pic.twitter.com/K1x0K2oFgq
— SpaceX (@SpaceX) December 17, 2019
इसरो के सफर में मील का पत्थर साबित होगी- के. सिवनइसरो चीफ के सिवन ने कहा था कि यह उपग्रह भारतीय सीमाओं की सुरक्षा के लिहाज से बेहद खास है। इसे भारत की दूसरी खुफिया आंख कहा जा रहा है। रीसैट-2बीआर1 सेटेलाइट के पृथ्वी की कक्षा में स्थापित होने के बाद भारत की राडार इमेजिंग ताकत कई गुना बढ़ जाएगी। इसकी मदद से भारतीय सीमाओं की निगरानी और उनकी सुरक्षा को अभेद्य बनाने की प्लानिंग आसान हो जाएगी। इस मौके पर इसरो के चेयरमैन के. सिवन ने कहा कि यह सफलता इसरो के सफर में मील का पत्थर साबित होगी।