दक्षिण अफ्रीकी में Johnson & Johnson वैक्सीन ने दिखाए सकारात्मक परिणाम, कोविड-19 संक्रमण के खिलाफ 96.2फीसदी तक कारगर
जॉनसन एंड जॉनसन की कोविड-19 वैक्सीन को लेकर दक्षिण अफ्रीका से सकारात्मक प्रतिक्रिया सामने आई हैं। देश के एक अधिकारी के मुताबिक जॉनसन एंड जॉनसन के टीके संक्रमण के कारण गंभीर बीमारी से होने वाली मौतों से सुरक्षा प्रदान कर रहे है।
जोहान्सबर्ग, रॉयटर्स: कोविड-19 महामारी से बचाव के लिए टीकाकरण को ही एक मात्र उपाय बताया गया है। विश्व भर के देशों में स्वदेशी और विदेशी दोनों तरह के टीके का इस्तेमाल किया जा रहा है। इस बीच जॉनसन एंड जॉनसन की कोविड-19 वैक्सीन को लेकर दक्षिण अफ्रीका से सकारात्मक प्रतिक्रिया सामने आई हैं। देश के एक अधिकारी के मुताबिक, जॉनसन एंड जॉनसन के टीके संक्रमण के कारण गंभीर बीमारी से होने वाली मौतों से सुरक्षा प्रदान कर रहे है।
जेएंडजे टीकों का सकारात्मक परिणाम
दक्षिण अफ्रीका के अधिकारी ग्लेंडा ग्रे ने जानकारी देते हुए बताया कि, देश के करीब 4लाख 77हजार 234 स्वास्थ्य कर्मियों को एक रिसर्च के तौर पर, फरवरी के महीने के जेएंडजे की वैक्सीन लगाई गई है। उन्होंने बताया कि, टीके का एक डोज कोरोना संक्रमण से होने वाली मृत्यु के खिलाफ 91फीसदी से 96.2फीसदी तक कारगर है। वहीं, बीटा कोरोनवायरस के खिलाफ यह 67फीसदी कारगर है और डेल्टा वेरिएंट के खिलाफ 71फीसदी कारगर है। दक्षिण अफ्रीका के स्वास्थ्य नियामकों ने अप्रैल में जेएंडजे टीकों के इस्तेमाल को मंजूरी दे दी थी और इनका इस्तेमाल राष्ट्रीय वैक्सीन कार्यक्रम के तहत फाइजर टीको के साथ किया जा रहा है।
एस्ट्राजेनेका टीकों पर प्रतिबंध
फरवरी के महीने में देश की सरकार द्वारा एस्ट्राजेनेका टीकों के इस्तेमाल को रोक दिए जाने के बाद से, दक्षिण अफ्रीका के टीकाकरण अभियान की शुरुआत थोड़ी अस्थिर हो गई थी। क्योंकि एक परीक्षण में सामने आया था कि, एस्ट्राजेनेका टीके बीटा वेरिएंट के कारण होने वाले संक्रमण से बहुत कम सुरक्षा प्रदान कर रहा था। उस वक्त देश में बीटा वेरिएंट संक्रमण के मामले अपने चरम पर थे। गौरतलब है कि, दक्षिण अफ्रीका में गुरूवार को करीब 83 लाख लोगों को टीका लगाए जाने के बाद, अब टीकाकरण अभियान में तेजी आई है। वहीं, दक्षिण अफ्रीका के नवनियुक्त स्वास्थ्य मंत्री जो फाहला ने बताया कि, सरकार सिनोवैक टीकों के साथ नियामकों द्वारा अनुमोदित अन्य टीकों का इस्तेमाल शुरू करने की योजना बना रही है।साथ ही उन्होंने कहा कि, एस्ट्राजेनेका के टीके डेल्टा वेरिएंट के खिलाफ कारगर साबित हो रहे हैं। जिसके चलते उनको फिर से इस्तेमाल में लाने पर विचार किया जा रहा है।