भारत-मालदीव के बीच समुद्री सुरक्षा बढ़ाने पर हुआ करार, बंदरगाह के विकास का लिया जिम्मा
दोनों देश समुद्री सुरक्षा के लिए मिलकर कार्य करेंगे। साथ मिलकर सीमापार आतंकवाद का मुकाबला करेंगे। दोनों ने हिंद महासागर क्षेत्र में स्वतंत्र आवागमन की नीति पर सहमति जताई है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मालदीव की सुरक्षा को लेकर भारत की वचनबद्धता जताई है।
माले, एजेंसी। मालदीव पहुंचे विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मित्र देश की समुद्री सुरक्षा को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण समझौते पर दस्तखत किए हैं। साथ ही मालदीव की सुरक्षा को लेकर भारत की वचनबद्धता जताई है। भारत ने समुद्री सुरक्षा के सिलसिले में मालदीव के साथ पांच करोड़ डॉलर (करीब 370 करोड़ रुपये) का क्रेडिट एग्रीमेंट किया है। इससे रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण ठिकाने पर स्थित द्वीपीय देश को अपनी सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने में मदद मिलेगी।
भारत ने मालदीव के समुद्र में स्थित सिफावारु बंदरगाह के विकास और उसकी देखभाल करने का भी समझौता किया है। विदेश मंत्री जयशंकर की मालदीव के शीर्ष नेताओं से बातचीत के बाद ये समझौते हुए हैं। जयशंकर के जिन नेताओं से बात हुई है उनमें मालदीव की रक्षा मंत्री मारिया दीदी, वित्त मंत्री इब्राहीम अमीर, आर्थिक विकास मंत्री फैयाज इस्माइल और आधारभूत संरचना मामलों के मंत्री मुहम्मद असलम प्रमुख हैं। क्रेडिट एग्रीमेंट मालदीव के वित्त मंत्रालय और भारत के एक्सपोर्ट-इंपोर्ट बैंक के बीच हुआ है। इस समझौते के साथ ही हुलहूमाले में दो हजार आवास बनाने का भी अनुबंध हुआ है।
जयशंकर की उपस्थिति में मालदीव के दूसरे बड़े शहर अड्डू में सड़कों के निर्माण के समझौते पर भी हस्ताक्षर हुए। आधारभूत ढांचे के विकास की आठ परियोजनाओं में से यह पहला समझौता था। दोनों देशों के संयुक्त बयान में इकोनोमिक जोन विकसित करने पर भी सहमति जताई गई है। विदेश मंत्री जयशंकर ने मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहीम सोलिह से मुलाकात कर उन्हें द्वीपीय देश के हर तरह के विकास में भारत के पूरे सहयोग का आश्वासन दिया। मालदीव की संसद के स्पीकर मुहम्मद नशीद से मुलाकात में उन्होंने देश में लोकतंत्र को मजबूत बनाने के तरीकों पर बात की। भारतीय विदेश मंत्री ने शनिवार को मालदीव को कोविड से बचाव की एक लाख अतिरिक्त खुराक भी उपहार स्वरूप दी थीं। इस पर उनके मालदीवीय समकक्ष अब्दुल्ला शाहिद ने आभार जताया था।
दोनों देश मिलकर करेंगे समुद्री सुरक्षा
जयशंकर ने रक्षा मंत्री मारिया दीदी के साथ दोनों देशों के साझा सहयोग से चल रही रक्षा परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा भी की। दोनों देश समुद्री सुरक्षा के लिए मिलकर कार्य करेंगे। साथ मिलकर सीमापार आतंकवाद का मुकाबला करेंगे। दोनों ने हिंद महासागर क्षेत्र में स्वतंत्र आवागमन की नीति पर सहमति जताई है। दीदी के साथ बैठक में जयशंकर ने आश्वस्त किया कि भारत हमेशा मालदीव का सुरक्षा मामलों का विश्वस्त सहयोगी बना रहेगा।
बातचीत के बात दोनों देशों ने सिफावारु (उथुरु थिलाफाल्हू) बंदरगाह के विकास, सहयोग और देखभाल का समझौता किया। यह बंदरगाह मालदीव के नेशनल कोस्टगार्ड फोर्स के अधिकार वाला है। यह समझौता अप्रैल 2013 में मालदीव सरकार के अनुरोध के आलोक में किया गया है। इससे मालदीव की सुरक्षा क्षमता बढ़ेगी। जयशंकर ने ट्वीट किया है कि बंदरगाह विकास के समझौते से कोस्टगार्ड फोर्स की क्षमता बढ़ेगी जिससे इलाके की सुरक्षा मजबूत होगी।-