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भारत-नेपाल बातचीत से सुलझाएंगे सभी विवाद, रॉ प्रमुख गोयल की ओली और पूर्व प्रधानमंत्रियों से मुलाकात

रॉ प्रमुख सामंत कुमार गोयल (Samant Kumar Goel) ने काठमांडू पहुंचकर नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली से मुलाकात की। इस दौरान दोनों देशों के पुराने मैत्रीपूर्ण संबंधों को किसी तरह का नुकसान न पहुंचने देने का संकल्प जताया गया।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Fri, 23 Oct 2020 06:04 AM (IST)Updated: Fri, 23 Oct 2020 06:04 AM (IST)
भारत-नेपाल बातचीत से सुलझाएंगे सभी विवाद, रॉ प्रमुख गोयल की ओली और पूर्व प्रधानमंत्रियों से मुलाकात
रॉ प्रमुख सामंत कुमार गोयल ने बुधवार को नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली से मुलाकात की।

काठमांडू, एजेंसियां। भारत की विदेशी मामलों की खुफिया एजेंसी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) के प्रमुख सामंत कुमार गोयल ने बुधवार को काठमांडू पहुंचकर नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली से मुलाकात की। इस दौरान दोनों देशों के पुराने मैत्रीपूर्ण संबंधों को किसी तरह का नुकसान न पहुंचने देने का संकल्प जताया गया। कहा गया कि सभी तरह के विवादों का दोनों देश बातचीत के जरिए निदान निकालेंगे।

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यह महत्वपूर्ण बातचीत नवंबर के प्रथम सप्ताह में भारतीय सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवाने की नेपाल यात्रा से पहले हुई है। बुधवार को नौ सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल के साथ काठमांडू पहुंचे गोयल ने वहां प्रधानमंत्री ओली और पूर्व प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड, शेर बहादुर देउबा, माधव कुमार नेपाल और अन्य नेताओं से मुलाकात की। पता चला है कि इस दौरान प्रचंड और नेपाल ने ओली की कार्यशैली पर आपत्ति जताई।

दोनों पूर्व प्रधानमंत्रियों की ओली के साथ करीब आठ महीने से खींचतान चल रही है। ओली के पास प्रधानमंत्री के साथ सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के चेयरमैन का पद भी है। जबकि प्रचंड और नेपाल सहित कई वरिष्ठ नेता पार्टी में एक व्यक्ति-एक पद का सिद्धांत लागू करना चाहते हैं।

अगस्त में काफी हद तक यह कलह शांत हो गई थी लेकिन पिछले हफ्ते करनाली प्रांत में मुख्यमंत्री के खिलाफ आए अविश्वास प्रस्ताव ने विवाद को फिर हवा दे दी। यहां के मुख्यमंत्री महेंद्र बहादुर शाही प्रचंड के करीबी हैं जबकि उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव ओली समर्थक विधायकों का धड़ा लेकर आया है। यही ताजा भड़के विवाद की वजह है।

सत्तारूढ़ दल के सूत्रों के अनुसार ओली भारत की मध्यस्थता से प्रचंड के साथ अपने संबंध सुधारना चाहते हैं। इसीलिए गोयल अधिकारियों के दल के साथ काठमांडू आए हैं। नेपाली मीडिया का एक वर्ग प्रधानमंत्री ओली की भारतीय खुफिया एजेंसी के प्रमुख से मुलाकात पर भी सवाल उठा रहा है। इस पर विपक्षी नेपाली कांग्रेस के नेता धनराज गुरुंग ने कहा है कि नेपाल एक स्वतंत्र और संप्रभु राष्ट्र है, गोयल का इस तरह से नेपाल में आना देश की संप्रभुता पर चोट है।


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