Move to Jagran APP

गिनी में विद्रोही सैनिकों ने राष्ट्रपति कोंडे को लिया हिरासत में, UN सहित कई देशों ने इसकी निंदा की

पश्चिम अफ्रीकी देश गिनी में सैन्य विद्रोह के बाद वहां के राष्ट्रपति अल्फा कोंडे को हिरासत में ले लिया गया है। उनका सैन्य हिरासत में एक वीडियो जारी किया गया है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतेरस ने गिनी में सैन्य विद्रोह की निंदा की है।

By Ramesh MishraEdited By: Published: Mon, 06 Sep 2021 07:04 PM (IST)Updated: Mon, 06 Sep 2021 07:04 PM (IST)
गिनी में विद्रोही सैनिकों ने राष्ट्रपति कोंडे को लिया हिरासत में, UN सहित कई देशों ने इसकी निंदा की
गिनी में विद्रोही सैनिकों ने राष्ट्रपति कोंडे को लिया हिरासत में। एजेंसी।

कोनार्की, एजेंसी। पश्चिम अफ्रीकी देश गिनी में सैन्य विद्रोह के बाद वहां के राष्ट्रपति अल्फा कोंडे को बंधक बना लिया गया है। उनका सैन्य हिरासत में एक वीडियो जारी किया गया है। सैन्य विद्रोह का नेतृत्व करने वाले कर्नल डौमबौया ने प्रधानमंत्री सहित सभी मंत्रियों और अधिकारियों की बैठक की। सभी के विदेश जाने पर रोक लगा दी गई है। उनसे सरकारी वाहन वापस ले लिए गए हैं।

loksabha election banner

इधर संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतेरस ने गिनी में सैन्य विद्रोह की निंदा की है। अमेरिका, रूस सहित कई देशों ने राष्ट्रपति कोंडे की रिहाई की मांग की है। गिनी में रविवार को सरकार के खिलाफ सैन्य विद्रोह हो गया था। राष्ट्रपति कोंडे की पहले लापता होने की खबर आई, बाद में 83 वर्षीय नेता का थके हुए और अस्त-व्यस्त हालत में सैन्य हिरासत में एक वीडियो सामने आया।

गिनी में सैन्य विद्रोह को लेकर संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतेरस ने राष्ट्रपति कोंडे की रिहाई की मांग करते हुए कहा कि हम हथियारों के बल पर सरकार पर कब्जा करने की निंदा करते हैं। पश्चिम क्षेत्रीय अफ्रीकी संगठन ने कोंडे की तुरंत रिहाई की मांग की है। संगठन ने उनकी रिहाई न किए जाने पर प्रतिबंध लगाने की धमकी दी है।रायटर के अनुसार गिनी में सैन्य विद्रोह के बाद बाक्साइट की कीमत 18 महीने में सबसे उच्च स्तर पर पहुंच गई है। बाक्साइट का सबसे बड़ा भंडार गिनी में ही है। यह दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक देश है।

अमेरिका ने गिनी के अधिकारियों से कहा कि संविधान से इतर उनकी गतिविधियों से देश की शांति, स्थिरता और समृद्धि की संभावनाएं खत्म होंगी। अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस ने एक वक्तव्य में कहा कि जुंटा की हरकतों से अमेरिका और गिनी के अन्य अंतरराष्ट्रीय सहयोगियों की उसे समर्थन देने की क्षमता सीमित हो जाएगी। भीषण लड़ाई के बाद रविवार को कई घंटों तक 83 वर्षीय कोंडे का कुछ पता नहीं चला। फिर एक वीडियो सामने आया, जिसमें वह सेना की हिरासत में दिख रहे हैं। बाद में जुंटा ने एक बयान जारी करके कहा कि कोंडे अपने चिकित्सकों से संपर्क में हैं, लेकिन यह नहीं बताया कि उन्हें कब छोड़ा जाएगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.