Afghanistan Crisis: तालिबान की केयरटेकर गवर्नमेंट के गठन में हुआ बड़ा उलटफेर, पुराने चेहरों पर दांव
तीन सप्ताह के बादअफगानिस्तान में बनी तालिबान की केयरटेकर गवर्नमेंट में बड़ा उलटफेर देखने को मिला है। इसमें कई चेहरे जो पहले सबसे आगे थे उन्हें पीछे कर दिया गया। वहीं कई नए लोगों को बड़ी जिम्मेदारी मिल गई।
काबुल (रायटर्स)। अफगानिस्तान में बनी तालिबान की सरकार में बड़ा उलटफेर देखा गया है। सबसे बड़ा उलटफेर तो इसके पीएम पद को लेकर ही हुआ है। गौरतलब है कि इस सरकार के एलान से पहले इस पद के लिए तालिबानी नेता अब्दुल गनी बरादर का नाम सामने आ रहा था। इसके अलावा मुल्ला याकूब का भी नाम सामने आया था। लेकिन, इन दोनों ही नामों को पीछे धकेलते हुए तालिबान की पूर्व की सरकार में डिप्टी पीएम रहे मुल्ला हसन अखुंद को पीएम बना दिया गया है। ये सरकार तालिबान के चीफ हबीबुल्ला अखुंदजादा के इशारे पर काम करेगी। उसको अमीर उल अफगानिस्तान के नाम से जाना जाएगा। इस सरकार में शामिल दूसरे चेहरे भी बेहद खास हैं।
मुल्ला बरादर
ये शख्स तालिबान के संस्थापकों में शामिल रहा है। 1996-2001 में जब अफगानिस्तान में तालिबान सरकार थी तब इसकी भूमिका काफी खास रही थी। फिलहाल इस केयरटेकर सरकार में इसको उप-प्रधानमंत्री का पद दिया गया है। इसको अमेरिका के कहने पर पाकिस्तान ने अपनी जेल से रिहा किया था।
सिराजुद्दीन हक्कानी
हक्कानी नेटवर्क से जुड़ा ये अहम शख्स है। ये इस संगठन के संस्थापक जलालुद्दीन हक्कानी का बेटा है। इसको वैश्विक आतंकी घोषित किया गया है और इसके सिर पर अमेरिका ने 50 लाख डालर का इनाम रखा है। तालिबान की केयरटेकर गवर्नमेंट में ये गृह मंत्री बना है।
मौलवी मोहम्मद याकूब
तालिबान के संस्थापक मुल्ला उमर का बेटा है। इसका नाम इस सरकार के गठन से पहले पीएम पद के लिए सामने आ रहा था। फिलहाल इसको रक्षा मंत्री बनाया गया है। ये हबीबुल्ला का छात्र भी रहा है। ये तालिबान के मिलिट्री कमीशन का भी प्रमुख रहा है।
जबीहुल्ला मुजाहिद
मुजाहिद तालिबान का प्रवक्ता भी रहा है, लेकिन अब वो उप सूचना मंत्री की भूमिका में दिखाई देगा। करीब एक दशक से अधिक समय से वो तालिबान की जानकारी प्रेस कांफ्रेंस के जरिए देता रहा है। मुजाहिद लगातार ट्विटर से जुड़ा रहा है और इसके माध्यम से भी वो तालिबान के बारे में बताता रहा है। अगस्त से ही वो मीडिया की सुर्खियों में बना हुआ था। काबुल पर कब्जे के बाद वो लगातार दुनिया के सामने आता रहा है।
आमिर खान मुतक्की
आमिर खुद को हेलमंद प्रांत का बताता है। ये लंबे समय से तालिबान के साथ जुड़ा रहा है। पिछली सरकार में भी इस पर तालिबान ने भरोसा किया था और इसको शिक्षा मंत्री की जिम्मेदारी सौंपी थी। इस बार इसका कद बढ़ाया गया है और इसको विदेश मंत्री बनाया गया है।
इनके अलावा इन चेहरों को भी इस सरकार में विभिन्न पद हासिल हुए हैं
शेर मोहम्मद स्तानिकजई को उप विदेश मंत्री, मुल्ला मोहम्मद फाजिल को उप रक्षा मंत्री, मावलावी नूर जलाल को उप गृहमंत्री, मावलावी नूरुल्ला मुनीर को शिक्षा मंत्री, अब्दुल हकीम शरीय को न्याय मंत्री, अब्दुल बाकी हक्कानी को उच्च शिक्षा मंत्री, मुल्ला मोहम्मद यूनुस अखुंदजादा को ग्रामीण पुनरुद्धार ओर विकास मंत्री, खलीलउर्रहमान हक्कानी को शरणार्थी मामलों का मंत्री, मुल्ला अब्दुल मनन ओमारी को लोक कल्याण मंत्री, नजीबुल्ला हक्कानी को दूरसंचार मंत्री, मुल्ला मोहम्मद एसा अखुंद को पेट्रोलियम मंत्री, मुल्ला अब्दुल लतीफ मंसूर को जल और ऊर्जा मंत्री, हमीदुल्ला अखुंदजादा को नागरिक उड्डयन मंत्री, मुल्ला खैरुल्ला खैरख्वाह को सूचना और संस्कृति मंत्री, कारी दीन हनीफ को उद्योग मंत्री, नूर मोहम्मद साकिब को हज मंत्री, नूरउल्लाह नूरी को आदिवासी मामलों का मंत्री, कारी फसीहुद्दीन को चीफ आफ आर्मी स्टाफ, मुल्ला फजल को आर्मी प्रमुख, अब्दुल हक वासिक को खुफिया विभाग का प्रमुख, मुल्ला तजमीर जावेद को खुफिया विभाग का उप प्रमुख, रहमतुल्ला नजीब को इंटेलिजेंस का प्रशासनिक उप प्रमुख, हाजी मोहम्मद इदरिस को केंद्रीय बैंक का निदेशक, अहमद जान अहमदी को राष्ट्रपति आफिस का डायरेक्टर, मुल्ला अब्दुलहक अखुंद को आंतरिक मादक पदार्थ निरोधक मामलों का मंत्री बनाया गया है