जाकिर नाइक के प्रत्यर्पण से मलेशिया का इन्कार
इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक के प्रत्यर्पण से मलेशिया के प्रधानमंत्री ने स्पष्ट तौर पर इंकार कर दिया है।
पुत्रजया, एएफपी। विवादित इस्लामिक प्रचारक जाकिर नाइक को भारत भेजे जाने की खबरों के बीच मलेशिया के प्रधानमंत्री ने महातिर मुहम्मद ने उसके प्रत्यर्पण से इन्कार कर दिया है। उन्होंने कहा कि जब तक जाकिर हमारे देश में कोई दिक्कत खड़ी नहीं कर रहा है, तब तक उसे प्रत्यर्पित नहीं किया जाएगा, क्योंकि उसको मलेशिया की नागरिकता प्राप्त है।
शुक्रवार को मलेशिया की प्रशासनिक राजधानी पुत्रजया में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने यह बात कही। मीडिया रिपोर्टो में कहा जा रहा था कि जाकिर को मलेशिया से भारत भेजा जा सकता है। नई दिल्ली ने जनवरी में मलेशिया से जाकिर के प्रत्यर्पण का अनुरोध किया था। दोनों देशों के बीच प्रत्यर्पण संधि के तहत यह अनुरोध किया गया था।
इसमें जाकिर के आतंकी गतिविधियों और मनी लांड्रिंग के मामलों में वांछित बताया गया था। लेकिन, जाकिर ने बयान दिया कि वह भारत नहीं आ रहा है। उसने कहा था कि जब तक उसे कथित रूप से अनुचित अभियोजन का डर लगा रहेगा, वह भारत नहीं लौटेगा। हालांकि, विदेश मंत्रालय के सूत्रों ने बताया था कि उसके प्रत्यर्पण को लेकर मलेशिया सरकार से जवाब का इंतजार किया जा रहा है। अब प्रधानमंत्री महातिर ने खुद अपनी सरकार का रुख जाहिर कर दिया है।
52 वर्षीय नाइक ने मीडिया रिपोर्ट को पूरी तरह गलत और आधारहीन करार दिया है। नाइक ने कहा कि 'मेरे भारत आने की खबर पूरी तरह गलत और आधारहीन है। मेरा भारत आने का कोई योजना नहीं है। जबतक मुझे भरोसा नहीं हो जाता कि अभियोजन सही तरीके से होगा। जब मुझे लगेगा कि सरकार निष्पक्ष है तब मैं अपने देश लौट आऊंगा।' जुलाई 2008 के टीवी ब्रॉडकास्ट में नाइक ने कहा था कि 11 सितंबर 2001 में न्यूयार्क के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर को उड़ाने में अलकायदा का हाथ नहीं था। उल्लेखनीय है कि 2010 में गृहमंत्री द्वारा नाइक के दुर्व्यवहार को लेकर दिए गए अनेक बयानों के बाद ब्रिटेन में प्रवेश से नाइक को रोक दिया गया था।