स्वीडन में तालिबान के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन, अफगानों समेत सैकड़ों लोगों ने उठाई अफगानिस्तान के हक में आवाज
मानवाधिकार कार्यकर्ता सलीम जावेद ने ट्वीट करके कहा कि जो लोग अफगानिस्तान में हैं वह तालिबान के खिलाफ बोलने की हिम्मत नहीं जुटा सकते लेकिन जो लोग बाहर के देशों में हैं उन्हें खुलकर तालिबान के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करनी चाहिए।
स्टाकहोम, एएनआइ। स्वीडन की राजधानी स्टाकहोम में कई अफगानों समेत सैकड़ों लोगों ने अफगानिस्तान में तालिबानी कब्जे के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया है। स्वीडन और अफगानी मूल के लोगों ने शनिवार को सैकड़ों की तादाद में तालिबान के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने लोकतंत्र, मानवाधिकार, महिला अधिकारों, धार्मिक अल्पसंख्यकों के समर्थन में जमकर नारेबाजी की। कुछ स्थानीय नेताओं ने भी इस प्रदर्शन में भाग लेकर अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के खिलाफ भाषण दिया।
मानवाधिकार कार्यकर्ता सलीम जावेद ने ट्वीट करके कहा कि जो लोग अफगानिस्तान में हैं वह तालिबान के खिलाफ बोलने की हिम्मत नहीं जुटा सकते, लेकिन जो लोग बाहर के देशों में हैं, उन्हें खुलकर तालिबान के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करनी चाहिए। अंतरराष्ट्रीय मीडिया को भी तालिबान की भाषा बोलने की जरूरत नहीं है। और नाही उन्हें तालिबानी आतंकियों के इंटरव्यू का प्रसारण व प्रकाशन करने की जरूरत है। उन्होंने प्रदर्शन के फोटो भी ट्वीट किए हैं। उन्होंने कहा कि फिलहाल विभिन्न देश अपने लोगों को वहां से सुरक्षित बाहर निकालने में जुटे हुए हैं। लेकिन यह हालात बदलते ही तालिबान के खिलाफ ताकतें एकजुट होने लगेंगीं।
इससे पहले शनिवार को मध्य लंदन में हाइड पार्क के पास अफगानिस्तान के समर्थन में हजारों लोग सड़कों पर उतर आए। प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रीय संगीत चालू किया और अफगानिस्तान का एक विशाल झंडा फहराया। रूसी समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, वे तालिबान को रोकने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय से तत्काल कार्रवाई का आह्वान करते हुए पोस्टर लिए हुए थे। अफगान एसोसिएशन पाइवंड ने पहले स्पुतनिक को बताया कि इस आयोजन को शहर के अधिकारियों द्वारा अधिकृत किया गया था। वहीं, रोम के मध्य में रिपब्लिका स्क्वायर में भी तालिबान विरोधी प्रदर्शन हुआ। अफगान नागरिकों के साथ एकजुटता की अभिव्यक्ति के प्रदर्शन में कई इतालवी और मीडियाकर्मी इस कार्यक्रम में शामिल हुए।