मालदीव के राष्ट्रपति ने कहा, मिटने वाली स्याही के कारण हुई हार
अब्दुल्ला यामीन ने सुप्रीम कोर्ट से कहा है कि मिटने वाली स्याही और विशेष रूप से तैयार बैलेट पेपर ही चुनाव में उनकी हार का कारण है।
कोलंबो, एएफपी। निवर्तमान राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन ने सुप्रीम कोर्ट से कहा है कि मिटने वाली स्याही और विशेष रूप से तैयार बैलेट पेपर ही चुनाव में उनकी हार का कारण हैं। पिछले महीने हुए चुनाव में यामीन की पार्टी पराजित हुई है।
यह टिप्पणी कोर्ट में विचार के लिए अर्जी मंजूर किए जाने के बाद आई है। यामीन ने 23 सितंबर के चुनाव परिणाम को निष्प्रभावी करने की मांग की है। उनकी पार्टी ने मतदान में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी होने का आरोप लगाया है।
सोमवार दोपहर पांच न्यायाधीशों ने मंगलवार को सुनवाई की सहमति जताई। मंगलवार को कोर्ट यह घोषणा करेगा कि यामीन के वकील की ओर से बताए गए तीन अनाम गवाहों के बयान दर्ज किए जाएंगे या नहीं। उनके वकीलों ने कोर्ट को बताया कि तीनों गवाह यामीन के आरोपों को सही साबित कर सकते हैं।
देश के चुनाव आयोग ने अपने वकील के माध्यम से कहा है कि झूठे आरोपों पर आधारित याचिका को खारिज किया जाना चाहिए। स्थानीय मीडिया ने खबर दी है कि पांच में चार चुनाव आयुक्त देश से भाग खड़े हुए हैं और उन्होंने पड़ोसी देश श्रीलंका से शरण मांगी है। 23 सितंबर को आए चुनाव परिणाम में यामीन की पराजय के बाद उन्हें जान से मारने की धमकी मिली थी।
देश के सबसे मजबूत आदमी के चुनाव के बाद भी बने रहने की उम्मीद की जा रही थी। जेल में बंद या निर्वासित विपक्षी नेताओं ने चुनाव में हेराफेरी करने की आशंका जताई थी। लेकिन आश्चर्यजनक तरीके से इब्राहिम मोहम्मद सोलिह को विजेता घोषित किया गया।