पोप ने इटली में कोरोना से प्रभावित क्षेत्र में मरीजों की सेवा में जुटे डॉक्टरों, नर्सो का आभार जताया
कोरोना वायरस संक्रमण के चलते लागू लॉकडाउन के बाद पहली बार खुले वेटिकन में पोप ने लोंबार्डी से आए डॉक्टरों और नर्सो के प्रतिनिधिमंडल का स्वागत किया।
रोम, एपी। पोप फ्रांसिस ने इटली में कोरोना वायरस से सबसे बुरी तरह प्रभावित लोंबार्डी क्षेत्र में दिन रात मरीजों की सेवा में जुटे डॉक्टरों और नर्सो का आभार जताया है। कोरोना वायरस संक्रमण के चलते लागू लॉकडाउन के बाद पहली बार खुले वेटिकन में पोप ने लोंबार्डी से आए कुछ डॉक्टरों और नर्सो के प्रतिनिधिमंडल का स्वागत भी किया।
पोप ने कहा- लोंबार्डी में स्वास्थ्यकर्मियों ने देवदूत बनकर काम किया
पोप ने प्रतिनिधिमंडल से कहा कि उनकी पेशेवर क्षमता और करुणा का उदाहरण इटली को एकजुटता का नया भविष्य बनाने में मदद करेगा। उन्होंने कहा कि लोंबार्डी में स्वास्थ्यकर्मियों ने देवदूत बनकर काम किया। वे मरीजों को स्वस्थ होने में मदद करने के साथ ही उनके आखिरी वक्त में साथ रहे।
पोप ने कहा- इटली भर में फैले स्वास्थ्यकर्मियों को मैं धन्यवाद देता हूं
पोप ने कहा, 'आप पूरे देश के सहायक स्तंभों में से एक हैं। यहां आए आप लोगों के साथ ही इटली भर में फैले आपके सहकर्मियों को मैं धन्यवाद देता हूं। मैं जानता हूं कि हर किसी की यही भावना है।'
पोप फ्रांसिस ने कहा कि अर्थव्यवस्था से अधिक लोगों का जीवन महत्वपूर्ण है। ईसाई धर्मगुरु की यह टिप्पणी उस परिप्रेक्ष्य में आई है कि कोरोना महामारी पर नियंत्रण न पाने के बावजूद अनेक देशों ने अपने देश की अर्थव्यवस्था को खोलना शुरू कर दिया है। सेंटपीटर्स स्क्वॉयर में अपने संदेश में पोप ने कहा, बीमार लोगों की मदद जरूरी है। उनका जीवन बचाना जरूरी है। लोगों का जीवन बचाना अर्थव्यवस्था बचाने से ज्यादा महत्वपूर्ण है।
कोरोना जैसी महामारी के बीच अनेक देशों ने नौकरियों और लोगों के जीवन संघर्ष को देखते हुए अपनी अर्थव्यवस्था को खोलना शुरू कर दिया है। यद्यपि अभी तक इस महामारी पर पूरी तरह से काबू नहीं पाया जा सका है। पोप के संबोधन के दौरान सेंटपीटर्स स्क्वॉयर में सैकड़ों की संख्या में लोग मौजूद थे। अधिकांश लोग मास्क लगाए हुए थे। एक दूसरे से वे लोग शारीरिक दूरी बनाए हुए थे।