Pope in first trip outside Rome: लॉकडाउन के बाद पहली बार रोम से बाहर निकले पोप, जाएंगे असीसी
फरवरी में यूरोप का पहला देश इटली कोरोना वायरस संक्रमण की चपेट में आ गया था। अब जाकर पहली बार पोप रोम से बाहर निकले हैं वे एक दस्तावेज पर हस्ताक्षर करने के लिए असीसी जाएंगे। यह इटली के सबसे प्रिय संत सैंट फ्रांसिस का जन्म स्थान है।
रोम, एएफपी। वैटिकन में कोरोना वायरस लॉकडाउन के बाद से पहली बार शनिवार को पोप फ्रांसिस रोम से बाहर निकले। पोप फ्रांसिस अपने जन्मस्थान असीसी (Assisi) जाएंगे। वहां वे एक दस्तावेज पर हस्ताक्षर करेंगे। 'फ्रैटल्ली टुट्टी (Fratelli tutti)' नामक इस दस्तावेज में पोप के विचार होंगे जो कोविड-19 के दौरान बिरादरी की महत्ता पर आधारित होगी। पूरी दुनिया में 10 लाख से अधिक लोगों की मौत का कारण रहे वायरस की शुरुआत पिछले साल के अंत में चीन से हुई और इस साल की शुरुआत से यह पूरी दुनिया में फैल गया।
इससे पहले फरवरी में पोप ने इटली के शहर बारी की यात्रा की थी। 2020 में पोप फ्रांसिस ने अभी तक एक भी विदेश यात्रा नहीं की है। उल्लेखनीय है कि असीसी को ईसाईयों के लिए पवित्र शहर माना जाता है। स्वास्थ्य जोखिमों को कम करने के लिए पोप की यह निजी यात्रा होगी।
2020 में पोप फ्रांसिस ने अभी तक एक भी विदेश यात्रा नहीं की है। दुनिया के बड़े हिस्से में अभी अंतरराष्ट्रीय आवागमन बंद है। इसलिए अगर पोप इस पूरे साल विदेश यात्रा नहीं करते हैं तो दशकों के बाद यह पहला मौका होगा जब कोई धर्मगुरु पूरे साल प्रवास पर विदेश नहीं गए होंगे। फरवरी अंत में जब इटली में संक्रमण का पहला मामला आया था तब 83 वर्षीय पोप फ्रांसिस ने भय प्रकट किया था और हाथ मिलाने की परंपरा को खत्म करने को मजबूर हो गए थे।
उल्लेखनीय है कि इटली में अक्टूबर के मध्य तक इमरजेंसी की समय सीमा समाप्त हो रही है। इमरजेंसी लागू करने से देश में सरकार को कई तरह की शक्तियां मिल जाती हैं। इससे सरकार को अधिक शक्तियां मिल जाती हैं। पिछले साल के अंत में चीन से निकले कोरोना वायरस के कारण अबतक पूरी दुनिया में संक्रमितों की संख्या 3 करोड़ 44 लाख 95 हजार 3 सौ 72 हो गई है और मरने वालों का आंकड़ा 10 लाख 26 हजार 7 सौ 17 है।