हजारों बच्चों के दुष्कर्म और यौन शोषण पर पोप फ्रांसिस दुखी
पोप फ्रांसिस ने कहा कि पादरियों के यौन अपराधों को छिपाना कैथलिक समुदाय के लिए दुखद है।
डबलिन (एएनआइ)। पोप फ्रांसिस ने पादरियों द्वारा हजारों बच्चों के दुष्कर्म और यौन शोषण मामले में दुख जताया है। उन्होंने आयरलैंड की अपनी यात्रा की शुरुआत में कहा कि वह बच्चों से दुष्कर्म और यौन शोषण करने वाले पादरियों को दंडित कर पाने में चर्च अधिकारियों के विफल रहने तथा उनके कृत्यों को छिपाए जाने से उत्पन्न कैथलिक समुदाय की नाराजगी से इत्तेफाक रखते हैं।
पोप ने डबलिन कैसल में सरकार और अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि यौन अपराधों से निपटने के लिए बिशप, धार्मिक नेताओं, पादरियों और अन्य की विफलता ने लोगों के गुस्से को बढ़ाने का काम किया है और यह कैथलिक समुदाय के लिए दुखद तथा शर्मनाक है। उन्होंने कहा, 'मैं खुद इन भावनाओं से इत्तेफाक रखता हूं। हम चर्च को इस बुराई से निकालने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
विश्व में पादरियों द्वारा किए जाने वाले यौन शोषण के मामलों में आयरलैंड का रिकॉर्ड अत्यंत खराब है। यहां पिछले एक दशक में सरकार की जांचों में यौन शोषण के अनेक मामले सामने आए हैं। विभिन्न जांचों में पाया गया कि पादरियों द्वारा हजारों बच्चों का बलात्कार और यौन शोषण किया गया तथा चर्च संचालित स्कूलों में बच्चे शारीरिक तौर पर प्रताड़ित किए गए और वहीं बिशप ने इन अपराधों पर पर्दा डाला।
पोप फ्रांसिस का विरोध
पोप फ्रांसिस रविवार को आयरलैंड पहुंचे। हालांकि उन्होंने दुष्कर्म के इन मामलों को देखते हुए एक पत्र भी लिखा था। दुनिया भर के 1.2 अरब कैथोलिक ईसाईयों को लिखे इस पत्र में पोप ने आम लोगों से साथ आने की अपील करते हुए लिखा कि हमें मिलकर मौत की इस संस्कृति को खत्म करना होगा। इसके बावजूद वहां के लोगों में जबरदस्त गुस्सा देखा जा रहा है। कुछ संगठन पोप के खिलाफ प्रदर्शन करने की योजना भी बना रहे हैं।