सार्वजनिक सभा में पहली बार मास्क पहने नजर आए पोप फ्रांसिस
अभी तक पोप लोगों को दर्शन देने के अपने साप्ताहिक कार्यक्रम में शामिल होने वेटिकन जाते समय सिर्फ कार में ही मास्क पहनते थे। लोगों को दर्शन देते समय वह मास्क नहीं पहनते थे। इसे लेकर कई बार उनकी आलोचना भी हुई।
रोम, रायटर। पोप फ्रांसिस मंगलवार को पहली बार एक सार्वजनिक समारोह में मास्क पहने नजर आए। पोप और अन्य पादरी दुनिया में अमन चैन के लिए एक प्रार्थना सभा में शामिल हुए।
अभी तक पोप लोगों को दर्शन देने के अपने साप्ताहिक कार्यक्रम में शामिल होने वेटिकन जाते समय सिर्फ कार में ही मास्क पहनते थे। लोगों को दर्शन देते समय वह मास्क नहीं पहनते थे। इसको लेकर उनकी कई बार आलोचना भी हुई, क्योंकि कभी-कभी लोग उनके बहुत करीब आ जाते थे।
गौरतलब है कि कुछ समय पहले पोप फ्रांसिस के साथ वेटिकन स्थित उनके आधिकारिक निवास स्थान में रहने वाले एक व्यक्ति की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। जिसे लेकर एहतियात बरतते हुए संक्रमित व्यक्ति को आइसोलेशन में भेज दिया गया था।
हालांकि इस बारे में वेटिकन द्वारा जारी बयान में संक्रमित व्यक्ति की पहचान उजागर नहीं की गई थी। संक्रमित व्यक्ति उन व्यक्तियों के साथ सांता मार्टा (पोप का आधिकारिक निवास स्थान) को छोड़कर आइसोलेशन में चला गया था, जिनके सीधे संपर्क में वह था। मार्च महीने के दौरान भी सांता मार्टा में रहने वाले एक व्यक्ति की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। सांता मार्टा में 130 कमरे और कुछ सुइट हैं। बीमार पड़ने पर युवा अवस्था में ही पोंप फ्रांसिस का एक फेफड़ा निकाल दिया गया था।
बता दें कि इस महीने की शुरूआत में पोप फ्रांसिस रोम से बाहर निकलकर अपने जन्मस्थान गए थे। वैटिकन में कोरोना वायरस लॉकडाउन के बाद से पहली बार वो रोम से बाहर निकले थे। पोप फ्रांसिस अपने जन्मस्थान असीसी (Assisi) गए थे, जहां उन्होंने एक दस्तावेज पर हस्ताक्षर किए थे। 'फ्रैटल्ली टुट्टी (Fratelli tutti)' नामक इस दस्तावेज में पोप के विचार हैं जो कोविड-19 के दौरान बिरादरी की महत्ता पर आधारित हैं। पूरी दुनिया में 11 लाख से अधिक लोगों की मौत का कारण रहे वायरस की शुरुआत पिछले साल के अंत में चीन से हुई और इस साल की शुरुआत से यह पूरी दुनिया में फैल गया। इससे पहले फरवरी में पोप ने इटली के शहर बारी की यात्रा की थी। 2020 में पोप फ्रांसिस ने अभी तक एक भी विदेश यात्रा नहीं की है।