फिलीपींस में आया तेज भूकंप, रिक्टर स्केल पर 7.0 मापी गई तीव्रता, लोग घरों से निकल कर भागे
फिलीपींस में गुरुवार को तेज भूकंप आया। इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 7.0 मापी गई। यह भूकंप फिलीपींस में गुरुवार दोपहर 1223 बजे आया। भूकंप का केंद्र फिलीपींस से 210 किमी दूर पोंगडूइटान में रहा। इस भूकंप के बाद अफरातफरी मच गई।
मनीला, एएनआइ। फिलीपींस में गुरुवार को तेज भूकंप आया। इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 7.0 मापी गई। यह भूकंप फिलीपींस में गुरुवार दोपहर 12:23 बजे आया। भूकंप का केंद्र फिलीपींस से 210 किमी दूर पोंगडूइटान में रहा। इस भूकंप के बाद अफरातफरी मच गई। लोग अपने घरों से निकलकर बाहर भागे। स्थानीय समाचार आउटलेट इंक्वायरर के अनुसार, एक प्रमुख फिलीपीन वाणिज्यिक केंद्र दावो के निवासियों ने भी झटके महसूस किए। अब तक किसी के हताहत और नुकसान की सूचना नहीं है। विशेषज्ञों के अनुसार, क्षेत्र में सुनामी का कोई खतरा नहीं है।
An earthquake with a magnitude of 7.0 on the Richter Scale hit 210 km SE of Pondaguitan, Philippines at 12:23 UTC (5:53 pm IST) today: USGS Earthquake
— ANI (@ANI) January 21, 2021
यूरोपीय भूमध्य भूकंपीय केंद्र (EMSC) ने कहा कि भूकंप 122 किमी की गहराई पर समुद्र में आया। इसने शुरुआत में 7.2 की तीव्रता बताई थी। यह क्षेत्र भूकंप प्रभावित क्षेत्र माना जाता है। यहां सुनामी आने का भी खतरा रहता है।
कौन से भूकंप खतरनाक होते हैं?
रिक्टर स्केल पर आमतौर पर 5 तक की तीव्रता वाले भूकंप खतरनाक नहीं होते हैं, लेकिन यह क्षेत्र की संरचना पर निर्भर करता है। यदि भूकंप का केंद्र नदी का तट पर हो और वहां भूकंपरोधी तकनीक के बगैर ऊंची इमारतें बनी हों तो 5 की तीव्रता वाला भूकंप भी खतरनाक हो सकता है। यदि रिक्टर स्केल पर 7 या इससे अधिक की तीव्रता वाला भूकंप है तो आसपास के 40 किमी के दायरे में झटका तेज होता है। लेकिन यह इस बात पर भी निर्भर करता है कि भूकंपीय आवृत्ति ऊपर की तरफ है या दायरे में। यदि कंपन की आवृत्ति ऊपर को है तो कम क्षेत्र प्रभावित होगा।
भूकंप की गहराई से क्या मतलब है?
मतलब साफ है कि हलचल कितनी गहराई पर हुई है। भूकंप की गहराई जितनी ज्यादा होगी सतह पर उसकी तीव्रता उतनी ही कम महसूस होगी।
इंडोनेशिया में भूकंप से 91 की मौत
पिछले दिनों इंडोनेशिया के पश्चिम सुलावेसी प्रांत में आए 6.2 तीव्रता के भूकंप के कारण मरने वालों की संख्या बढ़कर 91 हो गई है। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन एजेंसी ने गुरुवार को यह जानकारी दी। 14 जनवरी को प्राकृतिक आपदा के कारण कम से कम 1,172 लोगों को घायल हुए। एजेंसी के प्रवक्ता रेडिटी जाति ने कहा कि भूकंप के कारण 9,910 लोग अपने घरों से भागने को मजबूर हुए। पश्चिम सुलावेसी में 15 जनवरी से 14 दिनों के लिए एक आपातकालीन आपातकालीन स्थिति घोषित की गई है।
राष्ट्रपति जोको विडोडो ने हाल ही में प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया। राष्ट्रपति ने कहा कि भूकंप से ध्वस्त सरकारी इमारतों को फिर से बनाया जाएगा, ताकि सार्वजनिक सेवाएं तुरंत फिर से शुरू हो सकें। सरकार क्षतिग्रस्त के लिए वित्तीय सहायता भी प्रदान करेगी। अधिकारियों के अनुसार, पिछले 30 दिनों में इंडोनेशिया में 6.0 या उससे अधिक की रिक्टर स्केल के तीन भूकंप, 5.0 और 6.0 के बीच 22 भूकंप, 4.0 और 5.0 के बीच 143 झटके, 3.0 और 4.0 के बीच 367 झटके और 2.0 और 24 के बीच 247 झटके आए हैं। लगातार झटकों से लोग सामान्य रूप नहीं महसूस कर रहे हैं। इससे पहले इंडोनेशिया मेंआए भूकंप से 26 सितंबर 2019 को कम से कम 41 लोग मारे गए और 1,578 लोग घायल हो गए।