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पाक में अल्‍पसंख्‍यकों का जीना मुहाल, जिनेवा में मानवाधिकारों की मांग को लेकर प्रदर्शन

पाकिस्तानी ईसाइयों ने संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायोग के कार्यालय के मुख्यालय पालिस विल्सन से विरोध मार्च निकाला और जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र के सामने समाप्त किया।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Sat, 21 Sep 2019 08:07 PM (IST)Updated: Sun, 22 Sep 2019 12:25 AM (IST)
पाक में अल्‍पसंख्‍यकों का जीना मुहाल, जिनेवा में मानवाधिकारों की मांग को लेकर प्रदर्शन
पाक में अल्‍पसंख्‍यकों का जीना मुहाल, जिनेवा में मानवाधिकारों की मांग को लेकर प्रदर्शन

जिनेवा, एएनआइ। यूरोप में रह रहे पाकिस्तानी ईसाइयों ने पाकिस्तान में समान अधिकारों की मांग करते हुए शनिवार को जिनेवा में बड़ी संख्या में एकत्रित होकर विरोध मार्च निकाला। उन्होंने पाकिस्तान में ईशनिंदा कानून, ईसाई व हिंदू लड़कियों के जबरन धर्मातरण और शिक्षा के अभाव के खिलाफ आवाज बुलंद की। प्रदर्शनकारियों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे।विरोध मार्च पालेस विल्सन स्थित संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायोग से शुरू हुआ और ब्रोकेन चेयर स्थित संयुक्त राष्ट्र कार्यालय पर खत्म हुआ। बाद में विरोध प्रदर्शन में यूरोपीय संसद के सदस्य और अन्य मानवाधिकार कार्यकर्ता भी शामिल हुए।

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ईसाई लड़कियों को जबरन वेश्यावृत्ति में धकेला

पाकिस्तानी ईसाई नेता रॉबिनसन असगर ने कहा कि पाकिस्तान में ईसाई लड़कियों को चीनियों द्वारा जबरन वेश्यावृत्ति में धकेला जा रहा है। वे (चीनी) वहां आते हैं और गरीब ईसाई परिवारों को कुछ पैसे देकर उनकी लड़कियों को अपनी पत्नी के तौर पर ले जाते हैं। बाद में उनसे वेश्यावृत्ति कराते हैं।

अल्पसंख्यकों को निशाना बनाया 

कनाडाई संसद के पूर्व सदस्य मारियो सिल्वा ने कहा कि पाकिस्तान में ईशनिंदा कानून ईसाई, हिंदू और अहमदियो जैसे अल्पसंख्यकों को निशाना बनाने के लिए बनाया गया था ताकि उनका जबरन इस्लाम में धर्मातरण कराया जा सके। यूरोपीय संसद के सदस्य हर्व जुविन ने कहा कि कुछ साल पहले तक पाकिस्तान में ईसाई, शिया और हिंदू अल्पसंख्यक करीब 15 फीसद थे जो अब घटकर सिर्फ तीन फीसद रह गए हैं। यह स्थिति साल दर साल और खराब हो रही है।

बलूचिस्तान में नरसंहार और मानवाधिकारों का उल्लंघन

 कश्मीर पर अंतरराष्ट्रीय मंचों पर रो रहे पाकिस्तान के पाखंड को बलूच नेता ने उजागर किया है। बलूच नेता मेहरन मैर ने कहा कि इस्लामाबाद बलूचिस्तान में नरसंहार और मानवाधिकारों का उल्लंघन कर रहा है और अंतरराष्ट्रीय समुदाय में कश्मीर में मानवाधि‍कार उल्लंघन का मुद्दा उठा रहा है। बता दें कि बलूच मानवाधिकार परिषद ने मंगलवार को जेनेवा में संयुक्त राष्ट्र के सामने एक विशेष टेंट में 'द ह्यूमैनिटेरियन क्राइसिस इन बलूचिस्तान' पर एक ब्रीफिंग का आयोजन किया।

मेहरन ने कहा कि जिनेवा में पाकिस्तानी विदेश मंत्री विदेशी पत्रकारों और मीडिया को गुलाम कश्मीर में आमंत्रित कर रहे थे कि वह देखें कैसे लोग वहां रह रहे हैं। उस आदमी को कोई शर्म नहीं है कि वे बलूचिस्तान में नरसंहार और मानव अधिकार का उल्लंघन कर रहे हैं। बलूच नेता ने पाकिस्तान पर आरोप लगाया कि वह उइगर मुसलमानों के खिलाफ शिनजियांग प्रांत में अपने अपराध में भागीदार चीन द्वारा किए गए मानवाधिकारों के हनन की अनदेखी कर रहा है। 


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