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संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के मसले पर बोला भारत, यदि चाहता है पड़ोसी का संबंध तो पूरी करे ये शर्त

भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता करते हुए कहा कि पाकिस्तान अगर दोनों देशों के बीच पड़ोसी वाले संबंध चाहता है तो उसे अपने नियंत्रण वाली जमीन का किसी भी आतंकी गतिविधि के लिए इस्तेमाल नहीं करने के प्रमाणिक कदम उठाने होंगे।

By Monika MinalEdited By: Published: Tue, 03 Aug 2021 03:29 PM (IST)Updated: Tue, 03 Aug 2021 03:29 PM (IST)
संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के मसले पर बोला भारत, यदि चाहता है पड़ोसी का संबंध तो पूरी करे ये शर्त
पाकिस्तान आतंकवाद के खिलाफ प्रमाणिक कदम उठाए

संयुक्त राष्ट्र, आइएएनएस। संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता करते हुए कहा कि पाकिस्तान अगर दोनों देशों के बीच पड़ोसी वाले संबंध चाहता है तो उसे अपने नियंत्रण वाली जमीन का किसी भी आतंकी गतिविधि के लिए इस्तेमाल नहीं करने के प्रमाणिक कदम उठाने होंगे।

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एएनआइ के मुताबिक तिरुमूर्ति ने सवालों का जवाब देते हुए कहा कि पाकिस्तान के साथ भारत शांतिपूर्ण और सामान्य संबंधों की इच्छा रखता है। लेकिन यह तभी हो सकता है जब वातावरण पूरी तरह से आतंकवाद से मुक्त हो। पाकिस्तान शांति चाहता है या हिंसा यह उस पर ही निर्भर करता है। पाकिस्तान को अपने क्षेत्र में कोई भी आतंकी गतिविधि नहीं होने देने के लिए विश्वसनीय और सत्यापित करने योग्य कदम उठाने होंगे।

सोमवार को सुरक्षा परिषद की पहली बार अध्यक्षता करते हुए तिरुमूर्ति ने कहा कि पाकिस्तान को अपनी कथनी और करनी को साबित करना होगा। कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 38 हटाए जाने के संबंध में पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि यह बदलाव भारतीय संविधान के दायरे में आते हैं। और यह फैसला भारत की संसद का संवैधानिक अधिकार है। जम्मू और कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है।

उन्होंने कहा कि भारत हर हाल में आतंकवाद पर ही ध्यान केंद्रित करेगा। वह सुरक्षा परिषद में अपनी अध्यक्षता की अवधि में आतंकवाद विरोधी अंतर्राष्ट्रीय प्रयासों को नए सिरे से बढ़ावा देगा। उन्होंने कहा कि भारत की चिंता सिर्फ सीमा पार आतंकवाद की नहीं है बल्कि इस बात की भी है कि आतंकियों के हाथों में अब अत्याधुनिक हथियार और युद्ध प्रणालियां पहुंच चुकी हैं। साथ ही आतंकवाद का वित्त पोषण भी बेहद गंभीर समस्या है और आतंकवाद को जड़ से मिटाने के लिए इसे सिरे से खत्म करना होगा। उन्होंने पड़ोसी देश म्यांमार में भी लोकतंत्र हटाकर सैन्य शासन लगाए जाने पर चिंता जताई और कहा कि भारत म्यांमार में और अस्थिरता जारी रहने देने के पक्ष में नहीं है।


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