पाक और अफगानिस्तान के बीच बढ़ी तनातनी, इमरान ने अफगान राष्ट्रपति से फोन पर नहीं की बात
पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच शीर्ष नेताओं में वाक युद्ध तेज होने के बाद तनातनी बढ़ गई है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी के साथ होने वाली टेलीफोन वार्ता को भी रद कर दिया।
काबुल, एजेंसियां। पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच शीर्ष नेताओं में वाक युद्ध तेज होने के बाद तनातनी बढ़ गई है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी के साथ होने वाली टेलीफोन वार्ता को भी रद कर दिया। पिछले दिनों अफगान राष्ट्रपति अशरफ गनी ने सीधे तौर पर पाकिस्तान पर आरोप लगाया था कि वह तालिबान को संरक्षण दे रहा है। अब उसे तय करना है कि वह दोस्ती रखना चाहता है या दुश्मनी। हालांकि, इस बयान के बाद भी दोनों देशों के बीच वार्ता का दौर जारी था।
पाकिस्तान ने दी सभी आधिकारिक संबंध तोड़ने की चेतावनी
अफगानिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) हमदुल्ला मोहिब द्वारा 'वेश्यालय' बताए जाने से पाकिस्तान बेहद खफा है। एक्सप्रेस ट्रिब्यून के अनुसार, 'विदेश मंत्री शाह मुहम्मद कुरैशी ने कहा कि अफगानी एनएसए की टिप्पणी से पाकिस्तान बेहद खफा है और अफगानिस्तान के साथ सभी आधिकारिक संबंधों को खत्म करने का फैसला किया है। इस बारे में अफगानिस्तान को स्पष्ट शब्दों में बता दिया गया है।' कुरैशी ने रविवार को मुल्तान में एक जनसभा में कहा, 'अफगानिस्तान के एनएसए ध्यान से सुनें, अगर आपने अमर्यादित टिप्पणी बंद नहीं की तो कोई भी पाकिस्तानी आपसे हाथ नहीं मिलाएगा। आपने पाकिस्तान की वेश्यालय से तुलना की। आपको शर्म आनी चाहिए।'
तुर्की ने दिया काबुल हवाई अड्डे की सुरक्षा का प्रस्ताव
इधर तुर्की ने प्रस्ताव दिया है कि वह अमेरिकी सेना की वापसी के बाद अफगानिस्तान के काबुल हवाई अड्डे की सुरक्षा की जिम्मेदारी लेने को तैयार है। इस संबंध में तुर्की के राष्ट्रपति तैयप एर्दोगन की अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन से वार्ता होगी।
तालिबान ने एक और जिले पर किया कब्जा
अफगानिस्तान में जारी हिंसा के बीच तालिबान ने लगातार तीसरे दिन जिलों पर कब्जा करने का सिलसिला जारी रखा और फरयाब प्रांत के दौलत आबाद जिले पर कब्जा कर लिया। हिंसा के बीच अपर्याप्त सुरक्षा और बिजली-पानी की कमी को लेकर फैजाबाद में प्रदर्शन के दौरान तीन लोगों की मौत हो गई। ये लोग गवर्नर के निवास पर प्रदर्शन करने पहुंचे थे। आतंकवादियों द्वारा बिजली नेटवर्क को क्षतिग्रस्त करने के कारण कई प्रांतों में ब्लैकआउट की स्थिति बनी रही।