ट्रंप और किम के बीच परमाणु वार्ता टूटी, उत्तर कोरिया ने मढ़ा अमेरिका पर दोष
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन के बीच जून में हुई मुलाकात के बाद दोनों देशों के बीच यह पहली औपचारिक कार्यस्तरीय वार्ता थी।
स्टॉकहोम, रायटर। अमेरिका और उत्तर कोरिया के बीच स्वीडन में कार्यस्तरीय परमाणु वार्ता टूट गई है। उत्तर कोरिया के शीर्ष वार्ताकार किम म्योंग गिल ने शनिवार को यह जानकारी दी।
माना जा रहा था कि यह वार्ता दोनों देशों के बीच महीनों से जारी गतिरोध को खत्म करने की दिशा में बढ़ने में मदद करेगी, लेकिन शनिवार को अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल के साथ वार्ता में पूरा दिन बिताने के बाद किम ने अपने दूतावास के बाहर पत्रकारों से बातचीत में उक्त घोषणा की।
बातचीत उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी
उन्होंने कहा कि उनका फैसला इस दृष्टिकोण पर आधारित है कि अमेरिकी वार्ताकार अपना पुराना दृष्टिकोण और रवैया नहीं छोड़ेंगे। बातचीत हमारी उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी इसलिए टूट गई। अमेरिका ने लचीले रुख, नए तरीके और रचनात्मक हल जैसे प्रस्ताव देकर उम्मीदें बढ़ा दी थीं, लेकिन वार्ता की मेज पर उन्होंने कोई प्रस्ताव नहीं लाकर हमें बेहद निराश किया और वार्ता के हमारे उत्साह को तोड़ दिया।
ट्रंप और किम के बीच पहली औपचारिक कार्यस्तरीय वार्ता थी
बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन के बीच जून में हुई मुलाकात के बाद दोनों देशों के बीच यह पहली औपचारिक कार्यस्तरीय वार्ता थी। इससे पहले फरवरी में वियतनाम में दोनों नेताओं के बीच हुई बातचीत विफल हो गई थी।
डोनाल्ड ट्रंप का वायदा अधूरा रह गया
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन के साथ चौथा शिखर सम्मेलन (fourth summit) जल्द ही होगी, जो परमाणु कूटनीति के कारण ठप हो गई थी।
न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र की बैठकों की शुरुआत से पहले जब पत्रकारों ने ट्रंप से इस बारे में पूछा था तो उन्होंने इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी थी। तब यह स्पष्ट नहीं था कि उत्तर कोरिया के परमाणु-सशस्त्र पर बढ़ते राजनयिक गतिरोध के बीच बैठक के लिए एक और योजना काम कर रही है या नहीं।