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पेगासस जैसी तकनीक के कारण लाखों लोग सोते हैं चैन की नींद, कंपनी एनएसओ ने किया अपने साफ्टवेयर का बचाव

भारत को साफ्टवेयर बेचे जाने की पुष्टि या खंडन किए बिना कंपनी ने कहा था कि उसके उत्पादों को सरकारी खुफिया और कानून लागू करने वाली एजेंसियों को लाइसेंस पर दिया जाता है। इसका एकमात्र उद्देश्य आतंक और गंभीर अपराध को रोकना और जांच करना है।

By Dhyanendra Singh ChauhanEdited By: Published: Sat, 24 Jul 2021 06:28 PM (IST)Updated: Sat, 24 Jul 2021 06:45 PM (IST)
पेगासस जैसी तकनीक के कारण लाखों लोग सोते हैं चैन की नींद, कंपनी एनएसओ ने किया अपने साफ्टवेयर का बचाव
छिपाई गई सूचनाओं का पता लगाकर आतंकी घटनाओं को रोकती हैं एजेंसियां

यरुशलम, प्रेट्र। निगरानी साफ्टवेयर पेगासस को लेकर चल रहे विवादों के बीच इजराइल की साइबर सुरक्षा कंपनी एनएसओ ग्रुप ने अपना बचाव किया है। कंपनी ने कहा है कि खुफिया और कानून लागू करने वाली एजेंसियों के पास ऐसी तकनीक उपलब्ध होने के कारण ही दुनिया में लाखों लोग रात में चैन की नींद सो पाते हैं और सड़कों पर सुरक्षित निकलते हैं।

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भारत समेत कई देशों में पत्रकारों, मानवाधिकार कार्यकर्ताओं, नेताओं और अन्य लोगों की जासूसी करने के लिए पेगासस के कथित इस्तेमाल ने निजता से संबंधित मुद्दों पर चिंता उत्पन्न कर दी है।

अंतरराष्ट्रीय मीडिया संघ का कहना है कि इजरायली कंपनी द्वारा विभिन्न सरकारों को बेचे गए स्पाइवेयर के जरिये नेताओं, मानवाधिकार कार्यकर्ताओं और पत्रकारों समेत अन्य लोगों को निशाना बनाया गया।

एनएसओ के एक प्रवक्ता ने दावा किया, इस तरह की तकनीक से खुफिया और कानून लागू करने वाली एजेंसियां एप के तहत छिपाई गई सूचनाओं का पता लगाकर अपराध, आतंकवादी घटनाओं को रोक पाती हैं।

कंपनी ने कहा, दुनिया में कई अन्य साइबर खुफिया कंपनियों के साथ एनएसओ सरकारों को साइबर सुरक्षा उपकरण मुहैया कराती है, क्योंकि कानून लागू करने वाली एजेंसियों के पास पुख्ता प्रणाली नहीं होती और मैसेजिंग तथा इंटरनेट मीडिया पर संदिग्ध सामग्रियों की निगरानी के लिए नियामकीय समाधान नहीं हैं।

साफ्टवेयर के दुरुपयोग को लेकर पहली बार भारत में यह मुद्दा सामने आने पर एनएसओ ने अक्टूबर 2019 में पे्रट्र को एक लिखित जवाब में कहा था कि अनुबंध के तहत गंभीर अपराध और आतंकवाद को रोकने के सिवा किसी अन्य मामले में हमारे उत्पाद के इस्तेमाल पर प्रतिबंध है।

भारत को साफ्टवेयर बेचे जाने की पुष्टि या खंडन किए बिना कंपनी ने कहा था कि उसके उत्पादों को सरकारी खुफिया और कानून लागू करने वाली एजेंसियों को लाइसेंस पर दिया जाता है। इसका एकमात्र उद्देश्य आतंक और गंभीर अपराध को रोकना और जांच करना है।

डाटा नहीं देखती कंपनियां

एनएसओ के प्रवक्ता ने कहा, कंपनी तकनीक का संचालन नहीं करती है और न ही हमारे पास एकत्र किए गए डाटा को देखने की सुविधा है। उन्होंने कहा, हम एक सुरक्षित दुनिया बनाने में मदद करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।

लाइसेंस देने की होगी समीक्षा

नवीनतम विवाद के बीच इजराइल ने एनएसओ ग्रुप के निगरानी साफ्टवेयर के दुरुपयोग के आरोपों की समीक्षा के लिए एक समिति गठित की है और लाइसेंस देने के पूरे मामले की समीक्षा का संकेत दिया है।


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