उत्तर कोरिया ने अमेरिका को दिखाया ठेंगा, दुनिया पर परमाणु खतरा बरकरार
उत्तर कोरिया ने परमाणु निरस्त्रीकरण को लेकर एक बार फिर अमेरिका को ठेंगा दिखा दिया है। इसी के साथ दुनिया पर एक बार फिर परमाणु हमले का खतरा मंडराने लगा है।
सियोल, एपी। परमाणु निरस्त्रीकरण के मामले में उत्तर कोरिया ने एक बार फिर अमेरिका को ठेंगा दिखा दिया है। उत्तर कोरिया का कहना है कि वह एकतरफा कार्रवाई करते हुए अपने परमाणु हथियारों को नहीं त्यागेगा। उत्तर कोरिया चाहता है कि पहले अमेरिका उसके ऊपर से परमाणु खतरे को खत्म करे।
कोरिया की आधिकारिक समाचार एजेंसी की तरफ से गुरुवार को यह बयान आया है। इस बयान से स्पष्ट हो गया है कि उत्तर कोरिया परमाणु हथियारों की अपनी जिद को इतनी आसानी से नहीं छोड़ेगा। इससे यह भी स्पष्ट हो जाता है कि अमेरिका और उत्तर कोरिया के बीच परमाणु निरस्त्रीकरण को लेकर गतिरोध अब भी जारी है।
उत्तर कोरिया की तरफ से इस तरह के बयान से एक बार फिर दुनिया और खास तौर पर कोरियाई प्रायद्वीप की शांति खतरे में पड़ गई है। इससे इस शंका को भी बल मिलता है कि क्या उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन अपने उन घातक हथियारों का मोह छोड़ पाएंगे, जिन्हें वह अपने अस्तित्व का आधार मानते हैं।
बता दें कि उत्तर कोरियाई तानाशाह किम जोंग उन और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच इसी साल 12 जून को सिंगापुर में मुलाकात हुई थी। दोनों नेताओं के बीच कोरियाई प्रायद्वीप के पूरी तरह से परमाणु निरस्त्रीकरण पर बात हुई थी। हालांकि इसको लेकर कोई समय सीमा तय नहीं हुई थी।
जून के बाद से ही अमेरिका और उत्तर कोरिया के बीच बातचीत रुकी हुई है। उत्तर कोरिया का कहना है कि पूर्ण परमाणु निरस्त्रीकरण से पहले अमेरिका के नेतृत्व में उसके ऊपर लगे प्रतिबंधों को हटाया जाए।
एक तरफ जहां डोनाल्ड ट्रंप और किम जोंग उनके बीच दूसरी मुलाकात करने की संभावना जताई जा रही है वहीं दूसरी तरफ अमेरिकी सैटेलाइट से मिली जानकारी लगातार उत्तर कोरिया की पोल खोल रही हैं। ताजा मामले में एक बार फिर अमेरिकी सैटेलाइट द्वारा खींची गई तस्वीरों के माध्यम से ऐसी जगह सामने आई है जिसको लॉन्ग रेंज मिसाइल बेस बताया जा रहा है। यह अब तक दुनिया की नजरों से छिपा हुआ था। अमेरिकी सैटेलाइट ने पहली बार इसकी जानकारी दी है। यह दूर-दराज के इलाके में मौजूद ऊंची पहाडि़यों के बीच है।
दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे-इन का कहना है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप उत्तर कोरिया के सर्वोच्च नेता किम जोंग उन के प्रति बेहद दोस्ताना नजरिया रखते हैं। अगर किम परमाणु निरस्त्रीकरण करते हैं तो ट्रंप उनकी हर इच्छा पूरी कर देंगे। ट्रंप और किम की गत जून में सिंगापुर में ऐतिहासिक शिखर वार्ता हुई थी। इसमें किम ने परमाणु निरस्त्रीकरण के बदले अमेरिका से सुरक्षा की गारंटी और अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों से राहत की मांग की थी।
मून ने पत्रकारों से कहा, 'अर्जेटीना में जी-20 शिखर सम्मेलन से इतर मेरी राष्ट्रपति ट्रंप से मुलाकात हुई थी। ट्रंप ने अपना संदेश किम तक पहुंचाने को कहा है। उन्होंने किम के साथ सिंगापुर में हुए समझौते को पूरी तरह लागू किए जाने की उम्मीद जताई है। ऐसा होने पर वह किम की सभी इच्छाएं पूरी कर देंगे।'