Covid-19 in North Korea: उत्तर कोरिया का दावा, देश में 'बाहरी चीज' से फैला कोविड; दक्षिण कोरिया की ओर संकेत
उत्तर कोरिया में कोरोना संक्रमण के लिए दक्षिण कोरिया को जिम्मेवार बताया जा रहा है। बिना नाम लिए ही इसने कहा है कि दशकों से सीमा पार से आ रहे गुब्बारों में पर्चे और सहायता सामग्री रहती है। उत्तर कोरिया में भेजे गए पर्चोँ से वायरस फैलना संभव नहीं है।
सियोल, रायटर। COVID-19 in North Korea: उत्तर कोरिया ने दक्षिण कोरिया से लगती सीमा के पास 'बाहरी चीज' के संपर्क में आने के बाद देश में कोविड-19 फैलने का दावा किया है। दुनिया में अलग-थलग पड़े उत्तर कोरिया ने संक्रमण के लिए पड़ोसी दक्षिण कोरिया को जिम्मेदार ठहराया है।
जांच के परिणामों की घोषणा करते हुए उत्तर कोरिया ने लोगों को सीमा पर गुब्बारे के साथ आई बाहरी चीजों के साथ सावधानी बरतने का आदेश दिया है। सरकारी समाचार एजेंसी केसीएनए ने दक्षिण कोरिया का नाम नहीं लिया है, लेकिन दशकों से सीमा पार से गुब्बारे आ रहे हैं। इन गुब्बारों में पर्चे और सहायता सामग्री रहती है। जबकि दक्षिण कोरिया के एकीकरण मंत्रालय ने कहा कि उत्तर कोरिया में भेजे गए पर्चोँ से वायरस फैलना संभव नहीं है।
केसीएनए के अनुसार, एक 18 वर्षीय सैनिक और पांच साल का बच्चा गत अप्रैल में कुंगांग की पूर्वी काउंटी में पहाड़ी के समीप अज्ञात चीज के संपर्क में आए थे। वे जांच में कोरोना पाजिटिव पाए गए थे।जुलाई 2020 में उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने इमरजेंसी का ऐलान किया था और कैसोंग टाउन में तीन सप्ताह के लिए लाकडाउन लगा दिया था।2020 में यहां की पूर्व सरकार मून जे इन ने कैंपेन पर रोक लगा दी थी। हालांकि यह रोक महामारी से सुरक्षा के लिए था लेकिन सभी एक्टीविस्ट का कहना था कि यह फैसला आलोचकों को चुप कराने के लिए लिया गया। उत्तर कोरिया इस वक्त कोरोना संक्रमण से जूझ रहा है। मई में यहां इमरजेंसी का ऐलान कर दिया गया। बता दें कि इससे पहले वायरस को रोकने के लिए यहां सख्त प्रतिबंध लागू था।
दरअसल यह फैसला दक्षिण कोरिया से लौटे एक शख्स में कोरोना संक्रमण के लक्षण मिलने के बाद लिया गया। उत्तर कोरिया में शुक्रवार को 4,570 लोग बुखार से पीड़ित पाए गए, इसके साथ ही अप्रैल अंत से अब तक बुखार से पीड़ित लोगों का कुल आंकड़ा 4.74 मिलियन हो गया। प्योंगयांग में हर दिन बुखार से पीड़ित मरीजों के आंकड़े बताए जाते हैं। कोरोना टेस्टिंग किट न होने के कारण इन्हें कोविड मरीज ही माना जा रहा है।