उत्तरी कोरिया ने तैयार की अत्याधुनिक पनडुब्बी, खुफिया रखी गई थी जानकारी
इन पनडुब्बी के बारे में उत्तरी कोरिया ने किसी को भी जानकारी नहीं दी है। इस बात को दक्षिण कोरिया के एक सांसद हा टेक्यूंग ने उजागर किया है। वह संसद की खुफिया जानकारी वाली समिति के सदस्य हैं।
सियोल, रायटर। उत्तरी कोरिया लगातार अपनी सैन्य क्षमता बढ़ा रहा है। हाल ही में उसने दो पनडुब्बियों का निर्माण किया है, एक में ज्यादा मारक क्षमता वाली बैलेस्टिक मिसाइल भी लगाई गई है। इस बात को दक्षिण कोरिया के एक सांसद हा टेक्यूंग ने उजागर किया है। वह संसद की खुफिया जानकारी वाली समिति के सदस्य हैं।
सांसद ने जानकारी दी है कि उत्तरी कोरिया पर पनडुब्बियों का पूरा बेड़ा है। एक बड़ी पनडुब्बी को बैलेस्टिक मिसाइल (एसएलबीएस) के साथ तैयार किया जा रहा है। एक अन्य पनडुब्बी भी ऐसे ही हथियारों के साथ तैयार की जा रही है।
इन पनडुब्बी के बारे में उत्तरी कोरिया ने किसी को भी जानकारी नहीं दी है। उल्लेखनीय है कि संयुक्त राष्ट्र ने उत्तर कोरिया पर किसी भी तरह के बैलेस्टिक मिसाइल पर प्रतिबंध लगाया था। उसके बाद 2018 से अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन की तीन बार मुलाकात हो चुकी है। उत्तर कोरिया ने समय-समय पर की जाने वाली मिलिट्री परेड में भी बैलेस्टिक मिसाइलों का प्रदर्शन किया है।
नॉर्थ कोरिया ने हाल ही में अपनी स्थापना के 75 वें वर्षगांठ के मौके पर भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया था। कार्यक्रम में कुछ आधुनिक और अत्याधुनिक हथियारों का पहली बार प्रदर्शन किया गया जिसको देखकर देश के लोग हैरान रह गए थे। नॉर्थ कोरिया की स्थापना करने वाली और वर्तमान में सत्ता चला रही वर्कर्स पार्टी की ओर से 75 वीं वर्षगांठ के मौके पर कार्यक्रम आयोजित किया गया था।
उस मौके पर नॉर्थ कोरिया तानाशाह किम जोंग उन ने देश की जनता को संबोधित भी किया, उन्होंने कहा कि बीते कुछ सालों से देश ने कई विपदाएं देखी हैं। पहले कोरोना से परेशानी हुई फिर तूफान ने नुकसान पहुंचाया, उन्होंने कहा कि वो देश को आगे ले जाने के लिए हमेशा काम करते रहेंगे। उस दौरान आयोजित हुई मिलिट्री परेड में नॉर्थ कोरिया ने कई हथियारों को पहली बार प्रदर्शित किया। नॉर्थ कोरिया के इस कार्यक्रम पर कई देश पहले से ही नजर बनाए हुए थे। ऐसा कहा जा रहा था कि इस मौके पर किम जोंग उन कई नए हथियारों का प्रदर्शन करेंगे जिससे दुनिया के बाकी देशों को खतरा होगा। एक बात ये भी कही जा रही थी कि इन हथियारों का प्रदर्शन करके किम जोंग उन एक बड़ा संदेश देना चाहते हैं।