Move to Jagran APP

भारत में जन्मीं प्रियंका राधाकृष्णन बनीं न्यूजीलैंड में मंत्री, जानें- इनके बारे में

प्रियंका राधाकृष्णन पहली भारतीय हैं जिन्हें न्यूजीलैंड के मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है। बता दें कि प्रधानमंत्री जेसिंडा अर्डर्न ने अपनी कैबिनेट का विस्तार करते हुए प्रियंका सहित पांच नए मंत्रियों को शामिल किया है। प्रियंका केरल के एर्नाकुलम जिले के परावूर की रहने वालीं हैं।

By Sanjeev TiwariEdited By: Published: Mon, 02 Nov 2020 04:54 PM (IST)Updated: Mon, 02 Nov 2020 04:54 PM (IST)
भारत में जन्मीं प्रियंका राधाकृष्णन बनीं न्यूजीलैंड में मंत्री, जानें- इनके बारे में
भारत में जन्मीं प्रियंका राधाकृष्णन बनीं न्यूजीलैंड में मंत्री फाइल फोटो

मेलबर्न, एजेंसियां। भारत के केरल प्रांत की रहने वाली प्रियंका राधाकृष्णन ने सोमवार को न्यूजीलैंड में मंत्री पद की शपथ ली। वे पहली भारतीय हैं, जिन्हें न्यूजीलैंड के मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है। बता दें कि प्रधानमंत्री जेसिंडा अर्डर्न ने अपनी कैबिनेट का विस्तार करते हुए प्रियंका सहित पांच नए मंत्रियों को शामिल किया है।

loksabha election banner

केरल के एर्नाकुलम जिले के परावूर की रहने वाली 41 वर्षीय प्रियंका राधाकृष्णन बचपन में ही अपने माता-पिता के साथ सिंगापुर चली गई थीं। उनके पिता का नाम रमण राधाकृष्णन और मां का ऊषा है और फिलहाल दोनों चेन्नई में रहते हैं। आगे की पढ़ाई के लिए प्रियंका इसके बाद न्यूजीलैंड चली गई और वहीं पर उन्होंने एक आइटी पेशेवर रिच‌र्ड्सन से शादी कर ली। वह पति के साथ ऑकलैंड में रहती हैं।

महिलाओं सहित समाज के कमजोर वर्ग के लिए काम करने वाली प्रियंका को सितंबर 2017 में लेबर पार्टी की तरफ से सांसद चुना गया था। 41 वर्षीय राधाकृष्णन ने सामुदायिक और स्वैच्छिक क्षेत्र के मंत्री के रूप में शपथ ली है। प्रधानमंत्री जेसिंडा अर्डर्न ने चेतावनी देते हुए कहा है कि जो मंत्री काम नहीं करेगा, उसे मंत्रिमंडल से निकाल दिया जाएगा। 

समलैंगिक ग्रांट रॉबर्टसन नए उपप्रधानमंत्री

पीएम जेसिंडा अर्डर्न ने समलैंगिक ग्रांट रॉबर्टसन को देश का नया उप प्रधानमंत्री नियुक्त किया है। उप प्रधानमंत्री रहने के साथ ही रॉबर्टसन वित्त मंत्री की भी जिम्मेदारी संभालेंगे। वे लंबे समय से पीएम अर्डर्न के करीबी दोस्त और राजनीतिक सहयोगी रहे हैं। रॉबर्टसन विंस्टन पीटर्स की जगह लेंगे। पीटर्स और उनकी न्यूजीलैंड फस्ट पार्टी दोबारा चुनाव जीतने में कामयाब नहीं हो पाई है। पहले यह पद केल्विन डेविस को दिए जाने की बात चल रही थी, लेकिन उन्होंने निजी प्राथमिकताओं का हवाला देते हुए यह प्रस्ताव ठुकरा दिया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.