नेपाल में शेर बहादुर देउबा ने हासिल किया विश्वास मत, पक्ष में 165 वोट पड़े, पीएम मोदी ने बधाई दी
नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा ने विश्वास मत हासिल कर लिया है। देउबा ने 275 सदस्यीय प्रतिनिधि सभा में 165 मतों के साथ विश्वास मत हासिल किया। मालूम हो कि नेपाल के सुप्रीम कोर्ट के आदेश में बाद देउबा को प्रधानमंत्री बनाया गया था।
काठमांडू, एजेंसियां। पाल के नए प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा ने रविवार को संसद में विश्वास मत हासिल कर लिया। नेपाली कांग्रेस प्रमुख देउबा की सरकार के पक्ष में 165 वोट पड़े। 83 सांसदों ने नवगठित सरकार के विरोध में मतदान किया। इस तरह सरकार ने आसानी से संसद में अपना बहुमत साबित कर दिया। संसद की प्रतिनिधि सभा में 275 सदस्य हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देउबा को विश्वास मत हासिल करने पर बधाई दी है।
देउबा ने 13 जुलाई को रिकार्ड पांचवीं बार नेपाल के प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी। इससे एक दिन पहले ही सुप्रीम कोर्ट के प्रधान न्यायाधीश चोलेंद्र शमशेर राणा के नेतृत्व में पांच न्यायाधीशों की संविधान पीठ ने पांच माह के भीतर दूसरी बार संसद को बहाल करने का आदेश दिया था। संसद के निचले सदन में नेपाली कांग्रेस के 61 सदस्य हैं, जबकि उसकी गठबंधन साझेदार नेपाली कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी केंद्र) के 48 सदस्य हैं।
मुख्य विपक्षी ओली की पार्टी सीपीएन-यूएमएल के 121 सदस्य हैं, जबकि जनता समाजवादी पार्टी के 32 सदस्य हैं। इसके अलावा तीन छोटी पार्टियों के एक-एक सदस्य हैं। एक निर्दलीय सांसद भी है। सीपीएन-यूएमएल के 26 सदस्य माधव नेपाल के करीबी हैं और उन्होंने देउबा द्वारा संविधान के अनुच्छेद 76 (5) के तहत सरकार बनाने का दावा पेश करने के दौरान उनका समर्थन किया। जनता समाजवादी पार्टी के यादव गुट ने भी देउबा का समर्थन किया है।
पीएम मोदी ने नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा को विश्वास मत हासिल करने पर बधाई दी है। पीएम मोदी ने ट्वीट किया- प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा को बधाई और सफल कार्यकाल के लिए शुभकामनाएं। मैं उनके साथ काम करने को लेकर उत्सुक हूं। देउबा भारत समर्थक माने जाते हैं। यही वजह है कि उनके पीएम बनने से भारत से रिश्तों में मजबूती आने की उम्मीद की जा रही है।
वहीं नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा ने पीएम मोदी का आभार प्रकट किया है। उन्होंने ट्वीट किया- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी बधाई देने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद। मैं दोनों देशों और लोगों के बीच संबंधों को मजबूत करने के लिए आपके साथ मिलकर काम करने की आशा करता हूं।
'हिमालयन टाइम्स' की रिपोर्ट के मुताबिक 249 सांसदों ने मतदान प्रक्रिया में हिस्सा लिया और उनमें से 83 ने देउबा के खिलाफ मतदान किया जबकि एक सांसद तटस्थ रहा। देउबा को संसद का विश्वास हासिल करने के लिए कुल 136 मतों की आवश्यकता थी। नेपाली कांग्रेस के 75 वर्षीय प्रमुख देउबा ने 275 सदस्यीय प्रतिनिधि सभा में 165 मत हासिल किए।
बता दें कि अपदस्थ पूर्व प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के नेतृत्व वाली सीपीएन-यूएमएल ने फैसला किया था कि वह निचले सदन में विश्वास मत के दौरान नेपाल के नवनियुक्त प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा सरकार के खिलाफ वोट करेगी। नेपाल के सुप्रीम कोर्ट ने एक हफ्ते के अंदर निचले सदन की बैठक बुलाने का निर्देश दिया था।