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Nepal Mountaineering: नेपाल में पर्वतारोहण की शुरुआत, विदेशी पर्वतारोहियों को किया जा सकता है क्वारंटाइन

महामारी के कारण नेपाल में ठप हुए पर्वतारोहण कार्यक्रमण को शुरू करने का फैसला लिया गया है। इस क्रम में विदेशी पर्वतारोहियों को पहले क्वारंटाइन किए जाने पर विचार किया जा रहा है।

By Monika MinalEdited By: Published: Thu, 30 Jul 2020 08:39 AM (IST)Updated: Thu, 30 Jul 2020 08:39 AM (IST)
Nepal Mountaineering: नेपाल में पर्वतारोहण की शुरुआत, विदेशी पर्वतारोहियों को किया जा सकता है क्वारंटाइन
Nepal Mountaineering: नेपाल में पर्वतारोहण की शुरुआत, विदेशी पर्वतारोहियों को किया जा सकता है क्वारंटाइन

काठमांडू, एएनआइ। करीब पांच महीने से नेपाल में माउंट एवरेस्ट व हिमालय की अन्य चोटियों पर चढ़ाई की गतिविधियों पर रोक जारी थी जो अब खोल दी गई है। नेपाल कैबिनेट ने गुरुवार को पर्वतारोहण (mountaineering) से जुड़ी गतिविधियों को शुरू करने का फैसला लिया। नेपाल के होटल व मॉनिटरिंग डिपार्टपेंट और माउंटेनियरिंग की निदेशक मीरा आचार्य ने बताया, 'मंत्रालय विदेशी पर्वतरोहियों के क्वारंटाइन किए जाने की प्रक्रिया पर विचार कर रहा है। जल्द ही इस बारे में निर्देश स्पष्ट हो जाएंगे।' कोविड-19 के कारण दुनिया भर में सारी गतिविधियों को रोक दिया गया था। लेकिन अब धीर-धीरे हर जगह दोबारा प्रक्रियाओं को खोला जा रहा है।

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कोविड-19 के संक्रमण को रोकने के मद्देनजर नेपाल ने 13 मार्च 2020 को एवरेस्ट पर पर्वतारोहण की गतिविधियों पर रोक लगा दी थी। इससे पहले चीन ने दुनिया की सबसे ऊंची चोटी पर चढ़ाई पर रोक लगाई थी। चीन द्वारा एवरेस्ट पर चढ़ाई को बंद किए जाने के एक दिन बाद नेपाल ने यह फैसला लिया। नेपाल के संस्कृति पर्यटन और नागरिक उड्डयन मंत्री योगेश भट्टराई ने इस बात की जानकारी देते हुए बताया था कि नेपाल ने देश में सभी पर्वतारोहण अभियानों को स्थगित कर दिया और पर्यटक वीजा जारी करने की प्रक्रिया भी रोक दी। वर्ष 2019 की बात करें तो गर्मियों में रिकॉर्ड 885 लोगों ने एवरेस्ट पर चढ़ाई की थी। एवरेस्ट पर पर्वतारोहण से हर साल नेपाल को लाखों डॉलर की कमाई होती है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, नेपाल में पहला मामला 23 जनवरी को आया था और 29 जुलाई तक यहां संक्रमण के कुल 19 हजार 63 मामले हो गए वहीं इसके कारण होने वाली मौतों की संख्या 49 है।पिछले साल के अंत में चीन से निकले घातक नॉवेल कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया में तबाही मचा दिया है। दुनिया के तमाम देश इससे बचने के उपायों की खोज में जुटे हैं। कई देशों में इस घातक वायरस के लिए वैक्सीन विकसित की जा रही है और तो और कई देशों में तो ट्रायल भी शुरू हो गया है।


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