नेपाल ने चीनी वैक्सीन को आपात इस्तेमाल की दी मंजूरी, सबसे पहले भारत से खरीदेगा टीका
नेपाल ने चीन के सिनोफार्म वैक्सीन के सहयोगी द्वारा विकसित कोरोना वैक्सीन की आपातकालीन उपयोग को गुरुवार को मंजूरी दे दी। वह सबसे पहले भारत से वैक्सीन खरीदेगा। गौरतलब है कि वह पहले ही वह ऑक्सफोर्ड एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन को अनुमति दे चुका है।
काठमांडू, रायटर। नेपाल ने चीन के सिनोफार्म वैक्सीन के सहयोगी द्वारा विकसित कोरोना वैक्सीन की आपातकालीन उपयोग को गुरुवार को मंजूरी दे दी। वह सबसे पहले भारत से वैक्सीन खरीदेगा। एक सरकारी अधिकारी ने इसकी जानकारी दी है। गौरतलब है कि वह पहले ही वह ऑक्सफोर्ड एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन को अनुमति दे चुका है। इस वैक्सीन को भारत के सीरम इंस्टीट्यूट ने कोविशिल्ड के नाम से उत्पादन किया है। आपातकालीन उपयोग की अनुमति मिलने के बाद चीन अब हिमालयी राष्ट्र को सिनोफार्म वैक्सीन की पांच लाख खुराक दान दे सकेगा। बता दें कि पिछले महीने नेपाल को भारत ने वैक्सीन की 10 लाख खुराक मुफ्त में दी थी।
ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी संतोष केसी ने कहा कि नेपाल में आपातकालीन उपयोग के लिए चीनी वैक्सीन को सशर्त अनुमति दी गई है। नेपाल ने चिकित्सा कर्मचारियों के साथ 27 जनवरी को अपनी टीकाकरण शुरू की। स्वास्थ्य और जनसंख्या मंत्री हृदयेश त्रिपाठी ने रायटर से कहा कि नेपाल जल्द ही सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया से दो मिलियन खुराक खरीदेगा।
अधिकारियों का कहना है कि नेपाल भी विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा समर्थित गठबंधन से टीका मिलने की उम्मीद कर रहा है, जो गरीब देशों को मुफ्त में मिलेगी। उन्होंने आगे बताया कि रूस के स्पुतनिक V और भारत के भारत बायोटेक वैक्सीन सरकार से मंजूरी मिलने की इंतजार कर रहे हैं।
नेपाल में दो लाख 73 हजार मामले
विभाग ने उनसे आवश्यक दस्तावेजों की मांग की है। बता दें कि 30 दिसंबर 2020 को, सिनफार्म ने टीका की प्रभावकारिता 79.34 प्रतिशत बताई थी। वहीं संयुक्त अरब अमीरात (UAE) ने नौ दिसंबर को 86 प्रतिशत प्रभावकारिता बताई थी। संयुक्त अरब अमीरात ने जुलाई में आयोजित तीसरे चरण के परीक्षणों के एक अंतरिम विश्लेषण के आधार पर अपने परिणाम जारी किए थे। नेपाल में अब तक कोरोना संक्रमण के दो लाख 73 हजार 070 मामले सामने आ गए हैं। वहीं 2055 लोगों की मौत हो गई है।