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तालिबान का पंजशीर पर कब्जे का दावा झूठा, अफगानिस्तान की एनआरएफ फोर्स ने कहा- जारी रहेगा संघर्ष

एनआरएफ ने अफगानिस्तान के लोगों को आश्वासन दिया कि तालिबान और उनके सहयोगियों के खिलाफ संघर्ष तब तक जारी रहेगा जब तक न्याय और स्वतंत्रता नहीं मिलती। एनआरएफ के असत्यापित ट्विटर अकाउंट के माध्यम से जानकारी साझा की गई है।

By Neel RajputEdited By: Published: Mon, 06 Sep 2021 01:03 PM (IST)Updated: Mon, 06 Sep 2021 01:03 PM (IST)
तालिबान का पंजशीर पर कब्जे का दावा झूठा, अफगानिस्तान की एनआरएफ फोर्स ने कहा- जारी रहेगा संघर्ष
तालिबान ने पंजशीर पर कब्जा करने का किया था दावा

काबुल, एएनआइ। पंजशीर प्रांत पर तालिबान के कब्जा करने के दावे को अफगानिस्तान के नेशनल रेजिस्टेंस फ्रंट (एनआरएफ) ने खारिज कर दिया है। सोमवार को एनआरएफ ने कहा कि घाटी में तालिबान के प्रवेश को रोकने के लिए जगह जगह पर प्रतिरोध बल मौजूद है। रायटर्स के मुताबिक तालिबान की तरफ से ये दावा किया गया था कि उसने पंजशीर के आखिरी इलाके को भी अपने विरोधी गुट से जीत लिया है। इसे लेकर सोशल मीडिया पर एक फोटो भी वायरल हो रही थी जिसमें पंजशीर के गेट पर तालिबानी आतंकियों को खड़े हुए दिखाया जा रहा है। इनके पीछे तालिबान का झंडा भी लगा है। लेकिन एनआरएफ ने तालिबान के इस दावे को खारिज कर दिया है।

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एनआरएफ ने अफगानिस्तान के लोगों को आश्वासन दिया कि तालिबान और उनके सहयोगियों के खिलाफ संघर्ष तब तक जारी रहेगा जब तक न्याय और स्वतंत्रता नहीं मिलती। एनआरएफ के असत्यापित ट्विटर अकाउंट के माध्यम से जानकारी साझा की गई है। इसमें लिखा है, 'तालिबान का पंजशीर पर कब्जा करने का दावा झूठा है। एनआरएफ बल लड़ाई जारी रखने के लिए घाटी में सभी जगहों पर मौजूद हैं। हम अफगानिस्तान के लोगों को आश्वस्त करते हैं कि तालिबान और उनके सहयोगियों के खिलाफ संघर्ष न्याय और स्वतंत्रता की जीत तक जारी रहेगा।'

समाचार एजेंसी स्पुतनिक के मुताबिक, तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने कहा था कि पंजशीर प्रांत इस्लामिक अमीरात (तालिबान द्वारा इस्तेमाल किया जाने वाला नाम) के पूर्ण नियंत्रण में आ गया है। रविवार को तालिबान के साथ झड़प में पंजशीर के प्रतिरोध प्रवक्ता फहीम दशती के मारे जाने की खबर आने के कुछ घंटे बाद यह बात सामने आई थी।

आपको बता दें कि तालिबान ने इस पंजशीर की जंग के शुरुआत में ही अहमद मसूद के सामने हथियार डालने और बातचीत का प्रस्ताव रखा था। इतना ही नहीं तालिबान ने अपनी भावी सरकार में उन्‍हें बड़ा पद देने तक की भी पेशकश की थी।

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