रोहिंग्या शरणार्थियों की वतन वापसी पर म्यांमार का नया बहाना, कहा- रुकावट बने आतंकी समूह
म्यांमार ने बांग्लादेश में शरण लेने वाले रोहिंग्या समुदाय की वापसी के मार्ग में आतंकियों को रुकावट बताया है हालांकि बांग्लादेश ने इससे स्पष्ट इनकार कर दिया है। म्यांमार के रोहिंग्या समुदाय और वहां के बौद्ध समुदाय के बीच 2012 में सांप्रदायिक हिंसा की शुरुआत हुई थी ।
संयुक्त राष्ट्र, एपी। रोहिंग्या समुदाय की वतन वापसी का मामला अधर में लटक रहा है। अब संयुक्त राष्ट्र महासभा में भी म्यांमार इस मामले पर नया बहाना लेकर आया जिसे बांग्लादेश ने सिरे से खारिज करते हुए 'झूठा' करार दिया। म्यांमार के शीर्ष अधिकारी ने मंगलवार को रोहिंग्या मुस्लिमों की वतन वापसी में आतंकी समूहों को रुकावट का जिम्मेदार ठहराया। 7 लाख से अधिक रोहिंग्या मुस्लिम 2017 में देश छोड़ कर बाहर चले गए और अब बांग्लादेश के कैंप में रह रहे हैं।
म्यांमार काउंसलर ऑफिस के मंत्री क्याव टिंट स्वे ( Kyaw Tint Swe) ने कहा कि आतंकी समूह अराकान रोहिंग्या साल्वेशन आर्मी ( Arakan Rohingya Salvation Army, ARSA) और अन्य आतंकी समूह अराकान आर्मी गुरिल्ला फोर्स ने सरकार के विरोध में चलाए गए अपने कैंपेन के लिए सैंक्चुअरी के तौर पर बांग्लादेश का इस्तेमाल किया है।
मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा के वैश्विक नेताओं के वार्षिक सम्मेलन में उन्होंने प्री रिकॉर्डेड संदेश में यह कहा है। बांग्लादेश ने आतंकी कारणों का खंडन करते हुए म्यांमार पर रोहिंग्या के खिलाफ नरसंहार का आरोप लगाया और यंगून से अंतरराष्ट्रीय जांच कर सुरक्षित परिस्थितियों में अपने देश के नागरिकों को वापस बुलाने की अपील की।
25 अगस्त 2017 को रोहिंग्या समुदाय बुरी तरह संकट में घिर गया जब म्यांमार की सेना ने उत्तरी राखिने स्टेट में सफाया अभियान बोल रोहिंग्या समुदाय पर हमला कर दिया जिसे वे आतंकी समूह ARSA द्वारा किए गए हमले का जवाब बताते हैं। इस अभियान से रोहिंग्या समुदाय के मुस्लिम बांग्लादेश भागने को मजबूर हो गए।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ( WHO) के अनुसार, 29 सितंबर शाम 5 बजे तक पूरी दुनिया में कोविड-19 संक्रमण के कुल मामले 3 करोड़ 32 लाख 49 हजार 5 सौ 63 हो गए जबकि संक्रमण से मरने वालों की संख्या 10 लाख 40 है। वहीं बांग्लादेश में कुल संक्रमितों की संख्या 3 लाख 60 हजार 5 सौ 55 है और मरने वालों की संख्या 5,193 है। जबकि म्यांमार में संक्रमितों का आंकड़ा 11 हजार 6 सौ 31 है और अब तक कोविड-19 के कारण 256 लोगों की मौत हुई है। बता दें कि 11 मार्च को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसे महामारी घोषित कर दिया था। संक्रमण का पहला मामला चीन के वुहान में पिछले साल के अंत में आया था।