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नुक्ता जैसी गलती से पड़ गए लेने के देने, चलेगा मानहानि का मामला

आस्ट्रेलिया के न्यू साउथ वेल्स शहर निवासी एंथनी जैड्रैविक ने पिछले साल 22 अक्टूबर को फेसबुक पर एक पोस्ट किया जिसमें एक व्याकरण की गलती से पूरा अर्थ बदल गया और अब उसके खिलाफ मानहानि का मामला चलेगा।

By Monika MinalEdited By: Published: Tue, 12 Oct 2021 01:04 AM (IST)Updated: Tue, 12 Oct 2021 01:04 AM (IST)
नुक्ता जैसी गलती से पड़ गए लेने के देने, चलेगा मानहानि का मामला
आस्ट्रेलिया में व्याकरण की गलती के चलते व्यक्ति के खिलाफ चलेगा मानहानि का मामला

न्यूयार्क  [न्यूयार्क टाइम्स] ।  जिस तरह से उर्दू और फारसी में एक नुक्ते से शब्द का भाव बदल जाता है उसी तरह अंग्रेजी में भी एक चिन्ह से वाक्य का अर्थ बदल जाता है। उदाहरण के लिए जलील का मतलब प्रतिष्ठित होता है, लेकिन अगर हम ज के नीचे नुक्ता लगा दें यानी ज़लील लिखें तो इसका अर्थ एकदम उलटा पतित हो जाता है। इसी तरह अंग्रेजी में अपास्ट्रफी यानी संबंध कारक चिन्ह से शब्द का अर्थ बदल जाता है। व्याकरण संबंधी इसी तरह की एक गलती के चलते आस्ट्रेलिया में एक व्यक्ति के खिलाफ मानहानि का मुकदमा शुरू हुआ है।

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यह मामला आस्ट्रेलिया के न्यू साउथ वेल्स शहर का है। यहां के रहने वाले एंथनी जैड्रैविक ने पिछले साल 22 अक्टूबर को फेसबुक पर एक पोस्ट किया। वह जहां काम करता था उस कंपनी वहां के अधिकारी स्टुअर्ट जैन के नाम पोस्ट में उसने लिखा कि वह मोटी कमाई करता है लेकिन अपने कर्मचारियों के बकाए का भुगतान नहीं कर रहा।

पोस्ट में उसने गलती से 'Employee's' के स्थान पर 'Employees' लिख दिया। पहले शब्द का अर्थ एक कर्मचारी से है जबकि दूसरे शब्द का अर्थ कर्मचारियों यानी कई या पूरे कर्मचारियों से है। इस मामले पर सुनवाई करते हुए जज ने कहा कि एक कर्मचारी को सेवानिवृत्ति लाभ का भुगतान करने में विफलता को दुर्भाग्यपूर्ण रूप से देखा जा सकता है, लेकिन कुछ या सभी कर्मचारियों का भुगतान करने में विफल होना जान बूझकर किया गया लगता है। अदालत ने जैड्रैविक के खिलाफ मानहानि का केस चलाने की अनुमति दे दी है। अगर वह दोषी ठहराया जाता है तो उसके खिलाफ भारी जुर्माना हो सकता है और एक व्याकरण की गलती के चलते उसे लेने के देने पड़ सकते हैं।

आस्ट्रेलिया के संचार मंत्री पाल फ्लेचर ने हाल में ही कहा था कि देश में मानहानि कानूनों की वर्तमान समीक्षा में इस बात पर गौर किया जाएगा कि फेसबुक जैसे मंच, उपयोगकर्ताओं की मानहानिकारक पोस्ट के लिए उत्तरदायी होने चाहिए या नहीं। उच्च न्यायालय की ओर से ऐतिहासिक व्यवस्था की गई थी कि मीडिया संगठन तीसरे पक्ष द्वारा अपने आधिकारिक फेसबुक पृष्ठों पर कथित रूप से की गयी अपमानजनक टिप्पणियों के प्रकाशक हैं।


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