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फिर सक्रिय हो रहा LTTE, 2 युवतियों समेत 3 गिरफ्तार, हथियार व विस्फोटक का जखीरा मिला

LTTE Suspect Arrested संदिग्ध के पास से बरामद हथियार व विस्फोटकों की खेप देखकर आशंका जताई जा रही है कि वह जल्द ही किसी बड़ी वारदात की फिराक में था।

By Amit SinghEdited By: Published: Mon, 14 Oct 2019 12:36 PM (IST)Updated: Mon, 14 Oct 2019 02:24 PM (IST)
फिर सक्रिय हो रहा LTTE, 2 युवतियों समेत 3 गिरफ्तार, हथियार व विस्फोटक का जखीरा मिला
फिर सक्रिय हो रहा LTTE, 2 युवतियों समेत 3 गिरफ्तार, हथियार व विस्फोटक का जखीरा मिला

नई दिल्ली [जागरण स्पेशल]। पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी समेत कई बड़ी हस्तियों की हत्या करने वाला एशिया का सबसे खतरनाक उग्रवादी संगठन LTTE (Liberation Tigers of Tamil Eelam, लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम या तमिल टाइगर्स या लिट्टे) फिर से सिर उठाने के प्रयास में है। श्रीलंका के पूर्वी प्रांत में सुरक्षा बलों ने लिट्टे के एक पूर्व कैडर को गिरफ्तार किया है। उसके पास से घातक हथियार और काफी मात्रा में विस्फोटक बरामद हुए हैं। इसके बाद से श्रीलंका समेत भारत में भी उग्रवादी संगठन लिट्टे को लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है।

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न्यूज एजेंसी IANS के अनुसार श्रीलंकाई पुलिस प्रवक्ता ने लिट्टे के पूर्व कैडेर के गिरफ्तार होने की जानकारी दी है। पुलिस प्रवक्ता एसपी रुवन गुनासेकरा ने एजेंसी को दी जानकारी में बताया कि सेना के अधिकारियों ने शुक्रवार को लिट्टे के संदिग्ध उग्रवादी जोसेफ पीटर रॉबिन्स को गिरफ्तार किया है। उसे श्रीलंका के केलिवेदी ब्रिज के पास सेरूवारा सैन्य शिविर के एक अधिकारी द्वारा प्राप्त खुफिया जानकारी के आधार पर गिरफ्तार किया गया है। रविवार को श्रीलंका की राजधानी कोलंबो से प्रकाशित होने वाले अखबार, डेली फाइनेंशियल टाइम्स में संदिग्ध जोसेफ पीटर रॉबिन्सन की गिरफ्तारी की खबर प्रकाशित हुई थी।

न्यूज एजेंसी को मिली जानकारी के अनुसार संदिग्ध की गिरफ्तारी के बाद सेना ने उससे पूछताछ के आधार पर अपनी जांच आगे बढ़ाई। जांच के दौरान श्रीलंकाई सुरक्षा बलों व पुलिस को संदिग्ध के पास से काफी संख्या में घातक हथियार और विस्फोटकों का जखीरा बरामद हुआ है। ये बरामदगी संदिग्ध रॉबिन्स के किलिनोच्ची (Kilinochchi) स्थिति आवास से हुई है।

संदिग्ध के पास से ये हुई बरामदगी

संदिग्ध रॉबिन्स के घर से बरामद हथियारों व विस्फोटकों में तीन SFG 87 हैंड ग्रेनेट, दो आर्गेस हैंड ग्रेनेड, कई तरह के खतरनाक , लंबी दूरी की सेमी ऑटोमैटिक राइफल, पिस्टल, जिंदा कारतूस, काफी मात्रा में डेटोनेटर, दूरबीन, लैपटॉप, जीपीएस, चाकू, एक पत्रिका, दो डेटोनेटर डोर, एक कैमरा, लैपटॉप, इंटरनेट डोंगल, एंटीना, मोबाइल फोन, लिट्टे के पूर्व नेता वी प्रभाकरन की तस्वीर और एक काले रंग का नकाब बरामद किया है। बरामद हथियार व विस्फोटकों को देखने से प्रतीत हो रहा है कि संदिग्ध किसी बड़ी वारदात की फिराक में था।

संदिग्ध की पत्नी और बहन भी गिरफ्तार

सुरक्षा बलों ने संदिग्ध जोसेफ पीटर रॉबिन्स के साथ दो लड़कियों को भी गिरफ्तार किया है। इनमें से एक की आयु 23 वर्ष है, जो खुद को संदिग्ध की पत्नी बता रही है। दूसरी युवती की आयु 28 वर्ष है, वह खुद को संदिग्ध की बहन बता रही है। हालांकि, जांच एजेंसियां दोनों लड़कियों के बारे में भी छानबीन कर रही हैं। साथ ही ये भी पता लगाने का प्रयास कर रही है संदिग्ध इतनी ज्यादा मात्रा में हथियार और गोला-बारूद कहां से लाया है। इनका इस्तेमाल कब और कहां होना था। हथियार और विस्फोटकों के बरामद जखीरे को देखकर ये भी अनुमान लगाया जा रहा है कि लिट्टे एक बार फिर से श्रीलंका में सिर उठाने की फिराक में है।

क्या है लिट्टे

लिट्टे मतलब लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम, एक अलगाववादी संगठन है। मई 1976 में स्थापित लिट्टे का गढ़ उत्तरी श्रीलंका माना जाता था। इस संगठन की मांग श्रीलंका में एक अलग तमिल राज्य की स्थापना करना रहा है। श्रीलंका में चला ये नागरिक युद्ध, एशिया में सबसे लंबे समय तक चलने वाला सशस्त्र संघर्ष था। मई 2009 में श्रीलंकाई सेना ने लिट्टे के खिलाफ एक बड़ा अभियान चलाकर इसका सफाया कर दिया। इस संगठन ने राजीव गांधी समेत भारत व श्रीलंका में कई हस्तियों की निर्मम तरीके से हत्या की। आत्मघाती बेल्ट और बम का इस्तेमाल करने वाला ये पहला उग्रवादी संगठन रहा है। वेलुपिल्लै प्रभाकरण उर्फ वी. प्रभाकरण इसका संस्थापक था। बताया जाता है कि उसकी मौत के बाद अब भी लिट्टे से जुड़े लोग, चोरी-छिपे बिना किसी नेता के अपने अभियान में जुटे हुए हैं।

भारत में 27 साल से प्रतिबंधित है LTTE

लिट्टे यानि LTTE, श्रीलंका के लिए जितना बड़ा खतरा है, उतना ही भारत के लिए भी। यही वजह है कि भारत में इस संस्था पर 27 साल से प्रतिबंध चला आ रहा है। वर्ष 1991 में राजीव गांधी की हत्या के बाद भारत सरकार ने पहली बार 14 मई 1992 को लिट्टे को प्रतिबंधित किया था। हर बार सरकार द्वारा लिट्टे पर प्रतिबंध बढ़ा दिया जाता है। मई 2019 में भी भारत सरकार ने लिट्टे पर लगाए गए प्रतिबंध को पांच साल के लिए बढ़ाने की अधिसूचना जारी की थी। सरकार ये कदम इसलिए उठा रही है क्योंकि लिट्टे अब भी श्रीलंका समेत भारत में देश विरोधी गतिविधियों में लिप्त है। लिट्टे की वजह से भारतीय नागरिकों की सुरक्षा को भी बड़ी खतरा हमेशा रहता है। इससे पहले यूरोपीय संघ, कनाडा और अमेरिका भी इस संगठन को अपने यहां प्रतिबंधित कर चुका है।


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