जर्मनी में मास्क पहनना अनिवार्य, चांसलर एंजेला मर्केल ने दुकानदारों की मांग को खारिज किया
सीबेरट ने सोमवार को बताया कि सार्वजनिक जीवन में न्यूनतम दूरी की गारंटी नहीं दी जा सकती है लेकिन कोरोना के प्रसार को कम करने के लिए मास्क एक महत्वपूर्ण और अपरिहार्य साधन है।
बर्लिन, एजेंसी। जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल ने दुकानदारों की उस मांग को खारिज कर दिया कि दुकानों में फेस मास्क पहनने की अनिवार्यता को समाप्त किया जाए। सरकार के प्रवक्ता स्टीफन सीबेरट ने कहा चांसलर मर्केल ने देश भर के दुकानदारों की इस मांग को अस्विकार कर दिया है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के हवाले से सीबेरट ने सोमवार को बताया कि सार्वजनिक जीवन में न्यूनतम दूरी की गारंटी नहीं दी जा सकती है, लेकिन कोरोना के प्रसार को कम करने के लिए मास्क एक महत्वपूर्ण और अपरिहार्य साधन है।
मेक्लेनबर्ग-वेस्टर्न पोमेरानिया के आर्थिक मामलों के मंत्री हैरी ग्लोवे ने रविवार को जर्मन अखबार को बताया कि जर्मनी के संघीय राज्यों में भी दुकानों में फेस मास्क की बाध्यता को समाप्त करने पर विचार किया जा रहा है। इसके बाद जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल ने पूरे मामले में तस्वीर साफ की है। ग्लोवे के इस बयान के बाद यह बहस तेज हो गई है कि यदि संक्रमण में कमी आई है तो खुदरा बाजार में मास्क की अनिवार्यता को कोई कारण नहीं है। संघीय स्वास्थ्य मंत्री जेन्स स्पैन ने रविवार को सावधानी बरतने के लिए कहा और चेतावनी दी कि कोरोना वायरस का प्रसार अभी थमा नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि हम लोगों की इस अधीरता को समझते हैं।
रॉबर्ट कोच इंस्टीट्यूट (आरकेआई) के अनुसार जर्मनी में अब तक कोरोना संक्रमितों की संख्या 196,554 के पार हो गई है। 24 घंटें में कोरोना रोगियों की संख्या 219 की वृद्धि हुई है। जर्मनी में कुल 9,012 कोरोना संक्रमितों की मौत हो चुकी है। कुछ स्थानीय प्रकोपों को छोड़कर जैसे कि जर्मन मांस प्रसंस्करण संयंत्र में जहां 1,500 से अधिक कर्मचारियों ने सकारात्मक परीक्षण किया, नए मामलों की संख्या में लगातार गिरावट आई है। रॉबर्ट कोच इंस्टीट्यूट के अनुसार बवेरिया जर्मनी में सबसे अधिक प्रभावित राज्यों में से एक है। राज्य में कोरोना के 48,744 मामले सामने आए हैं। पिछले सप्ताह बवेरिया पहला जर्मन राज्य था, जिसने अपने सभी नागरिकों को मिलियन निवासियों के लिए मुफ्त COVID-19 परीक्षणों को मंजूरी दे दी थी।