उइगर मुस्लिमों पर अत्याचार, नरसंहार के चलते चीन के शिनजियांग में जन्मदर व जनसंख्या में भारी गिरावट
जन्म दर और जनसंख्या घटने की बात चीन के सरकारी आंकड़ों से ही निकलकर आई है। इधर ब्रिटेन के नेताओं और शिक्षाविदों ने शिनजियांग में हो रहे अत्याचार के संबंध में चीन पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है।
हांगकांग, एएनआइ। चीन के शिनजियांग प्रांत में जन्म दर तेजी से घट गई है। यहां पर बड़े पैमाने पर उइगर मुस्लिमों के नरसंहार और मानवाधिकार हनन के मामले सामने आते रहे हैं। जन्म दर और जनसंख्या घटने की बात चीन के सरकारी आंकड़ों से ही निकलकर आई है। इधर ब्रिटेन के नेताओं और शिक्षाविदों ने शिनजियांग में हो रहे अत्याचार के संबंध में चीन पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है।
हांगकांग के फ्री प्रेस में दी गई जानकारी के मुताबिक शिनजियांग में पिछले दो साल में जन्म दर में दो-तिहाई की कमी आई है।
शिनजियांग में उइगर मुस्लिमों पर अत्याचार के साथ हो रहा नरसंहार
ज्ञात हो कि चीन पर यह आरोप पहले से ही लगते रहे हैं कि वह शिनजियांग में उइगर मुस्लिमों पर अत्याचार के साथ ही नरसंहार कर रहा है। उनकी पहचान मिटाने के लिए सुनियोजित तरीके से काम कर रहा है। घटते जन्मदर के आंकड़े इसकी पुष्टि कर रहे हैं।
शिनजियांग प्रांत में जनसंख्या में आई कमी
शिनजियांग में 2017 से 2019 के आंकड़ें चौंकाने वाले हैं। यहां पर 2017 में जन्म दर 15.88 फीसद थी, जो 2019 में गिरकर 8.14 फीसद हो गई है। जबकि चीन में राष्ट्रीय स्तर पर जन्मदर दो फीसद ही घटी है। इसी तरह से शिनजियांग प्रांत में जनसंख्या में भी कमी आई है। यहां पर 2017 से 2019 में पहले साल में 11.40 फीसद से 6.13 फीसद की कमी आई और दूसरे साल यह आंकड़ा 3.69 पहुंच गया।
शिनजियांग में मानवाधिकार हनन और नरसंहार के मामलों को लेकर ब्रिटेन के राजनीतिक नेताओं और शिक्षाविदों ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। लंदन में हुई एक वेबिनार में कहा गया कि चीन यातना देने के लिए शिविरों में उइगर मुस्लिमों को रखे हुए है। उसने हजारों उइगर मुस्लिमों के परिवारों को खत्म कर दिया। यहां के शिविरों की यातना के संबंध में मीडिया में आने वाली खबरें दिल दहला देने वाली हैं।