अफगान बलों के हमले में गई 40 नागरिकों की जान, मरने वालों में ज्यादातर महिलाएं और बच्चे
दक्षिणी हेलमंद प्रांत में तालिबान के ठिकानों पर अफगान विशेष सुरक्षा बलों द्वारा की गई छापेमारी के दौरान सोमवार को कम से कम 40 नागरिक मारे गए।
काबुल, एएफपी/रायटर। अफगानिस्तान में एक हफ्ते के अंदर दूसरी बार सेना की आतंक रोधी कार्रवाई में आम नागरिक निशाना बन गए। सैन्य बलों ने रविवार रात हेलमंद प्रांत में आतंकियों के एक ठिकाने पर हवाई हमला किया था। लेकिन पास में चल रहा एक शादी समारोह इस हमले की चपेट में आ गया। इस समारोह में शिरकत करने आए बच्चों और महिलाओं समेत 40 लोग मारे गए और कई घायल हो गए। पिछले सप्ताह भी नांगरहार प्रांत में अफगान और अमेरिकी बलों के हवाई हमले में 30 नागरिकों की मौत हो गई थी और 40 घायल हुए थे।
दुल्हन का घर आया चपेट में
अफगान अधिकारियों के अनुसार, जिस ठिकाने को निशाना बनाया गया था, वहां तालिबान अपने आत्मघाती हमलावरों को प्रशिक्षित करता था। तालिबान के इस ठिकाने पर रविवार रात की गई कार्रवाई की चपेट में पास में स्थित दुल्हन का घर भी आ गया।
कार्रवाई में आतंकियों का ठिकाना और उनका साजो-सामान तबाह कर दिया गया। विदेशी आतंकी भी इस ठिकाने का इस्तेमाल करते थे। एक अन्य अधिकारी ने कहा कि एक विदेशी आत्मघाती हमलावर ने खुद को उड़ा दिया था। इसमें महिलाओं समेत उसके इर्द-गिर्द मौजूद लोगों की मौत हो गई।
ढेर किए गए 22 तालिबान आतंकी
रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा, 'हेलमंद के मूसा काला जिले में संयुक्त अभियान में 22 तालिबान आतंकी मारे गए और 14 अन्य को गिरफ्तार कर लिया गया। पकड़े गए आतंकियों में पांच पाकिस्तानी और एक बांग्लादेशी नागरिक भी है।'
पहले के हमलों में मारे गए थे 16 लोग
यह पहले की तरह है जब पूर्वी अफगानिस्तान के नांगरहार प्रांत में एक ड्रोन हमले में अमेरिकी सेना पर दोषारोपण किया गया था, जिसमें कम से कम 16 लोग मारे गए और 10 लोग घायल हो गए, जिनमें से अधिकांश नागरिक थे। अफगानिस्तान में अमेरिकी सेना ने कहा कि उन्होंने पूर्वी नांगरहार में आतंकी संगठन तालिबान के ठिकानों को निशाना बनाकर हमला किया। इस महीने के अंत में राष्ट्रीय चुनाव होने हैं, ऐसे में भारी पैमाने पर हिंसा ने देश को और उग्र कर दिया है।