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अंतरराष्ट्रीय कूटनीति प्रभावित होने के डर से ट्रंप की आलोचना करने से बच रहे हैं इन देशों के नेता

एक अमेरिकी न्यायाधीश ने सिएटल पुलिस को शांतिपूर्ण विरोध-प्रदर्शनों को खत्म कराने के लिए आंसू गैस मिर्च स्प्रे का उपयोग नहीं करने का आदेश दिया है।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Sat, 13 Jun 2020 07:23 PM (IST)Updated: Sat, 13 Jun 2020 07:25 PM (IST)
अंतरराष्ट्रीय कूटनीति प्रभावित होने के डर से ट्रंप की आलोचना करने से बच रहे हैं इन देशों के नेता
अंतरराष्ट्रीय कूटनीति प्रभावित होने के डर से ट्रंप की आलोचना करने से बच रहे हैं इन देशों के नेता

बर्लिन (एजेंसी)। अमेरिका में पुलिस हिरासत में अश्वेत जॉर्ज फ्लॉयड की मौत ने दुनियाभर को हिलाकर रख दिया है। 'ब्लैक लाइव्स मैटर' के बैनर तले शुरू हुए प्रदर्शनों के समर्थन में बर्लिन, लंदन, पेरिस और सिडनी में लोग सड़कों पर तो उतर रहे हैं, लेकिन इन देशों के नेता ट्रंप की सीधी आलोचना से बच रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि घरेलू आक्रोश के बीच अंतरराष्ट्रीय कूटनीति किसी तरह से प्रभावित नहीं हो, इसीलिए यह नेता किसी तरह की सीधी टिप्पणी नहीं कर रहे हैं।

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कनाडा के पीएम ने कहा- हमें भेदभाव के खिलाफ लड़ाई में सहयोग करने की जरूरत है

कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो से जब पिछले दिनों ट्रंप के फोटोशूट के लिए व्हाइट हाउस के बाहर शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों को हटाने के बारे में पूछा गया तो वह 20 सेकेंड तक कुछ नहीं बोले। बाद में उन्होंने सिर्फ इतना कहा कि हमें भेदभाव के खिलाफ लड़ाई में एक-दूसरे का सहयोग करने की जरूरत है।

जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल ने कहा- फ्लॉयड की हत्या भयानक है

वहीं जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल ने सरकारी टेलीविजन चैनल द्वारा ट्रंप के बारे में पूछे गए सवाल को दरकिनार करते हुए केवल इतना कहा कि फ्लॉयड की हत्या वास्तव में भयानक है। हालांकि जब बहुत दबाव डाला गया तो उन्होंने स्वीकार किया कि ट्रंप की राजनीतिक शैली बहुत ही विवादास्पद है।

ब्रिटिश पीएम ने फ्लॉयड की मौत को भयावह बताया

वहीं ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने फ्लॉयड की मौत को भयावह तो बताया, लेकिन प्रदर्शनकारियों से शांतिपूर्ण तरीके से अपनी बात रखने का आग्रह किया। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैंक्रो तो फ्लॉयड की मौत के बाद से सार्वजनिक रूप से सामने ही नहीं आए हैं। स्पेन के प्रधानमंत्री पेड्रो सांचेज ने फ्लॉयड की मौत के खिलाफ हो रहे प्रदर्शनों की तीखी आलोचना की है।

पुलिस जवाबदेही विधेयक पर न्यूयॉर्क के गवर्नर ने दस्तखत किए

न्यूयॉर्क के गवर्नर एंड्रयू कुओमो ने पुलिस जवाबदेही विधेयक पर शुक्रवार को दस्तखत कर दिए। प्रांतीय सरकार पहले ही इसे मंजूरी दे चुकी है। गवर्नर ने चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर पुलिस विभाग नियमों का पालन करने में असफल रहता है तो उसे सरकार से किसी प्रकार की मदद नहीं मिलेगी।

संक्रमण की चेतावनी के बावजूद ऑस्ट्रेलिया में प्रदर्शन

ब्लैक लाइव्स मैटर के बैनर तले शनिवार को ऑस्ट्रेलिया के कई शहरों में प्रदर्शन हुए। स्वास्थ्य विभाग द्वारा दी गई मंजूरी के बाद प्रदर्शन की शुरआत सुदूर उत्तरी शहर डार्विन से हुई। सिडनी, एडिलेड और पर्थ में स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोरोना संक्रमण फैलने की चेतावनी देने के बावजूद लोग स़़डकों पर उतरे। पर्थ में सबसे ब़़डी रैली देखने को मिली। यहां पर लगभग आठ हजार लोग एकत्र हुए।

शांतिपूर्ण प्रदर्शनों पर आंसू गैस का उपयोग नहीं करने का आदेश

एक अमेरिकी न्यायाधीश ने सिएटल पुलिस को शांतिपूर्ण विरोध-प्रदर्शनों को खत्म कराने के लिए आंसू गैस, मिर्च स्प्रे का उपयोग नहीं करने का आदेश दिया है। इस आदेश को प्रदर्शनकारियों की जीत के तौर पर देखा जा रहा है, क्योंकि उनका कहना है कि पुलिस शांतिपूर्ण प्रदर्शनों के खिलाफ बर्बर कार्रवाई कर रही है। इस बीच सिएटल की मेयर जेनी दुर्कन और पुलिस प्रमुख कारमेन बेस्ट ने उन प्रदर्शनकारियों से माफी मांगी है, जिन पर इनका उपयोग किया गया।

कोलंबिया से क्रिस्टोफर कोलंबस की प्रतिमा को हटा लिया गया

अमेरिकी शहर कोलंबिया से क्रिस्टोफर कोलंबस की प्रतिमा को हटा लिया गया है। यह पहला शहर था, जिसका नाम क्रिस्टोफर कोलंबस के नाम पर रखा गया था। मेयर स्टीव बेंजामिन ने कहा कि प्रतिमा का क्या करना है, इस पर फिलहाल कोई निर्णय नहीं लिया गया है। 

-केंटुकी की स्थानीय परिषद ने प्रांतीय राजधानी से कंफडरेट प्रेसिडेंट जेफरसन डेविस की प्रतिमा हटाने के पक्ष में मतदान किया है। साथ ही नस्लवाद और गुलामी से जुड़े प्रतीकों को हटाने के पक्ष में आवाज बुलंद की है।

-फ्रांस में शनिवार शाम को होने वाले विरोध

-प्रदर्शनों को देखते हुए रेस्तरां और दुकानों को बंद करने का आदेश दिया गया है।

-लंदन में ब्लैक लाइव्स मैटर के प्रति उत्तर में प्रदर्शन की योजना बनाने वाले समूहों पर सख्त प्रतिबंध लगाए हैं।

-अश्वेत महिलाओं के समर्थन में न्यूयॉर्क में शुक्रवार को एक विशाल प्रदर्शन हुआ।


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