Don Angoda Lokka Death: फर्जी आधार कार्ड के साथ तमिलनाडु में रह रहे श्रीलंकाई डॉन की मौत
2017 में तमिलनाडु आए श्रीलंका के डॉन एंगोडा लोक्का की रहस्यमयी हालात में मौत हो गई पुलिस मामले की जांच कर रही है।
चेन्नई,आइएएनएस। तमिलनाडु में पुलिस ने श्रीलंकाई डॉन एंगोडा लोक्का (Angoda Lokka) की मौत हो गई। फर्जी पहचान के सहारे पिछले दो सालों से यह डॉन भारत में छिपा हुआ था और अब रहस्यमयी परिस्थितियों में इसकी मौत हो गई। क्राइम ब्रांच-क्राइम इंवेस्टिगेशन डिपार्टमेंट (CBCID) अब गैंगस्टर के मौत के मामले की जांच करेगी।
मामले की हो रही जांच
तमिलनाडु के पुलिस महानिदेशक जे के त्रिपाठी (Director General of Police J.K. Tripathy) ने मामले को कोयंबटूर पुलिस से CBCID को ट्रांसफर कर दिया है। एक महिला समेत तीन लोगों की गिरफ्तारी हो गई। CBCID अधिकारी के अनुसार, मामले में दो प्राथमिकी दर्ज किए गए हैं एक मौत का है औद दूसरा फर्जी दस्तावेज के सहारे आधार कार्ड पाने का। क्राइम ब्रांच CID के इंस्पेक्टर जनरल के शंकर ने कहा कि श्रीलंकाई अंडरवर्ल्ड डॉन के मौत मामले की जांच के लिए सात स्पेशल टीम का गठन किया गया।
फर्जी पहचान के साथ कोयंबटूर में रह रहा था डॉन
पुलिस ने बताया कि 2017 में लोक्का तमिलनाडु आया था और प्रदीप सिंह के नाम से वर्ष 2018 से ही कोयंबटूर में रह रहा था। प्रदीप सिंह जिम में प्रोटीन सप्लीमेंट सप्लाई का काम करता था। मदुरै के एडवोकेट टी सिवाकमी सुंदरी (T.Sivakami Sundari) व उनकी तिरुप्पुर निवासी मित्र एस ध्यानेश्वरन (S.Dhiyaneswaran) के सहारे कोयंबटूर में किराए पर घर लिया था। वहां वह श्रीलंकाई महिला अमानी धानजी के साथ रह रहा था। इससे पहले एडवोकेट सुंदरी ने मदुरै स्थित अपने घर को कुछ दिनों के लिए लोक्का को दिया था। संदिग्ध हालात में लोक्का की मौत जुलाई के शुरुआत में हुई थी। धानजी के आग्रह पर एडवोकेट ने सिटी पुलिस के पास जाकर बताया कि गैंग्स्टर धानजी का कजिन था ओर दिल का दौरा पड़ने से उसकी मौत हो गई। पोस्टमार्टम के बाद एडवोकेट सुंदरी ने लोक्का की बॉडी का मदुरै में अंतिम संस्कार किया। पुलिए ने एडवोकेट सुंदरी, धानजी और ध्यानेश्वरन को गिरफ्तार कर लिया।