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उत्तर कोरिया को कोरोना से बचाने के लिए किम जोंग उन ने सेना का आभार जताया

किम ने पड़ोसी दक्षिण कोरिया के साथ फिर से बेहतर संबंध स्थापित होने की आशा भी जताई। मौका था सत्तारूढ़ वर्कर्स पार्टी का 75 वां स्थापना दिवस। इस मौके पर उत्तर कोरिया की सेना ने अपनी सैन्य ताकत का भी प्रदर्शन किया।

By Neel RajputEdited By: Published: Sun, 11 Oct 2020 08:14 AM (IST)Updated: Sun, 11 Oct 2020 08:14 AM (IST)
उत्तर कोरिया को कोरोना से बचाने के लिए किम जोंग उन ने सेना का आभार जताया
किम जोंग उन ने सार्वजनिक मंच पर कोरोना से देश को बचाने के लिए सेना का आभार जताया

सियोल, रायटर। तमाम तरह की आशंकाओं को नकारते हुए उत्तर कोरिया के सर्वोच्च नेता किम जोंग उन शनिवार को फिर से सार्वजनिक मंच पर दिखे और कोरोना वायरस व दैवीय आपदा से देश को बचाने के लिए सेना का आभार जताया। उन्होंने पड़ोसी दक्षिण कोरिया के साथ फिर से बेहतर संबंध स्थापित होने की आशा भी जताई। मौका था सत्तारूढ़ वर्कर्स पार्टी का 75 वां स्थापना दिवस। इस मौके पर उत्तर कोरिया की सेना ने अपनी सैन्य ताकत का भी प्रदर्शन किया। लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ जो अमेरिका और दक्षिण कोरिया को आपत्तिजनक लगे।

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परेड का आयोजन राजधानी प्योंगयांग के किम इल सुंग चौक पर हुआ। कार्यक्रम में रात ठीक 12 बजे ग्रे रंग का सूट और टाई पहने किम जोंग मंच पर आए और हाथ हिलाकर लोगों का अभिवादन किया। इसी दौरान बच्चों ने आगे बढ़कर उन्हें गुलदस्ते दिए। इसके बाद अपने संबोधन में किम ने भावुक अंदाज में देश में हुई भीषण बारिश, तूफान और बाढ़ से लोगों को बचाने में सेना की भूमिका की सराहना की। कोविड-19 महामारी से बचाव के लिए भी उन्होंने सेना की प्रशंसा की। उत्तर कोरिया सरकार का दावा है कि उसके देश में कोरोना वायरस संक्रमण का एक भी मामला प्रकाश में नहीं आया है।

किम ने आशा जताई कि कोरोना वायरस से पैदा महामारी के बाद उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया फिर से हाथ मिलाएंगे और संबंधों को आगे बढ़ाएंगे। कुछ महीने पहले उत्तर कोरिया ने एकतरफा फैसले लेकर दक्षिण कोरिया से अपने संबंधों का स्तर कम कर लिया था। समारोह में आए किसी भी व्यक्ति ने फेस मास्क नहीं पहना था। जबकि कुछ हफ्ते पहले हुए कार्यक्रमों में लोग मास्क पहनकर शामिल हुआ करते थे। समारोह में बड़ी संख्या में लोगों और सरकारी अधिकारियों ने हिस्सा लिया। यह पहला मौका था जब समारोह भोर होने से पहले ही पूरा हो गया। चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने अपने शुभकामना संदेश में दोनों देशों के संबंधों को सुरक्षात्मक, ठोस और विकासोन्मुख बताया है।

सरकारी संवाद एजेंसी ने कहा है कि संयुक्त राष्ट्र के आर्थिक प्रतिबंधों के चलते देश की अर्थव्यवस्था प्रभावित हुई है। इससे देश की कुछ परियोजनाओं के कामकाज में विलंब हुआ है। लेकिन खास फर्क नहीं पड़ा है।


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