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पहले कत्लेआम, अब गुहार लगा रहा तालिबान, कहा- मत छोड़कर जाओ देश, गनी और सालेह को भी माफी दी

अफगानिस्तान पर कब्जा करने वाले तालिबान ने कहा है कि देश छोड़कर भागे राष्ट्रपति अशरफ गनी उप राष्ट्रपति अमरुल्ला सालेह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार हमदुल्ला मोहिब को भी माफी दे दी गई है और अगर ये तीनों चाहें तो वापस आ सकते हैं।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Sun, 22 Aug 2021 11:05 PM (IST)Updated: Sun, 22 Aug 2021 11:20 PM (IST)
पहले कत्लेआम, अब गुहार लगा रहा तालिबान, कहा- मत छोड़कर जाओ देश,  गनी और सालेह को भी माफी दी
तालिबान के वरिष्ठ नेता खलील उर रहमान हक्कानी ने कहा है कि समूह की किसी से कोई दुश्मनी नहीं है।

काबुल, आइएएनएस। अफगानिस्तान पर कब्जा करने वाले तालिबान ने कहा है कि देश छोड़कर भागे राष्ट्रपति अशरफ गनी, उप राष्ट्रपति अमरुल्ला सालेह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार हमदुल्ला मोहिब को भी माफी दे दी गई है और अगर ये तीनों चाहें तो वापस आ सकते हैं। तालिबान के वरिष्ठ नेता खलील उर रहमान हक्कानी ने जियो न्यूज के साथ खास बातचीत में कहा कि समूह की किसी से कोई दुश्मनी नहीं है। उसने कहा कि तालिबान और गनी, सालेह और मोहिब के बीच धर्म के आधार पर दुश्मनी थी। हमारी तरफ से सभी लोगों को माफ कर दिया गया है, चाहें वो दूसरे देशों की सेनाओं के साथ मिलकर लड़ने वाले जनरल हों या आम लोग।

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पहले लोगों को मारा अब लगा रहे यह गुहार  

खलील उर रहमान आतंकवादी संगठन हक्कानी नेटवर्क के संस्थापक जलालुद्दीन हक्कानी का भाई है। अमेरिका ने उस पर 50 लाख डालर (लगभग 35 करोड़) रुपये का इनाम घोषित किया था। तालिबान के आने के बाद से वह काबुल की सड़कों पर आजाद घूम रहा है। काबुल की सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदार भी इसी पर है। हक्कानी ने लोगों से भी अपील की कि वे देश छोड़ नहीं जाएं। उसने ने कहा कि उसके दुश्मन यह झूठ फैला रहा है कि वो बदला लेगा। उसने कहा, 'ताजिक, बलूच, हजारा और पश्तून सभी हमारे भाई हैं।'

समावेशी सरकार का वादा

हक्कानी ने कहा कि अफगानिस्तान में समावेशी सरकार का गठन किया जाएगा, जिसमें सभी धड़े को जगह मिलेगी। सरकार में पढ़े लिखे लोगों को शामिल किया जाएगा। उसने कहा कि तालिबान सभी मुस्लिम देशों के बीच एकता और मेलमिलाप चाहता है।

तालिबान का खोखला वादा 

समाचार एजेंसी एएनआइ के मुुताबिक तालिबान नेता खलील उर रहमान हक्कानी अपने सभी विरोधियों को माफी देने का दावा कितना खोखला है यह अफगानिस्तान के एक पुलिस प्रमुख की बर्बर तरीके से की गई हत्या से पता चलता है। 

पुलिस प्रमुख को बर्बर तरीके से मारा

हेरात में बगधीस प्रांत के पुलिस प्रमुख रहे हाजी मुल्ला अचकजई ने तालिबान के सामने सरेंडर कर दिया था। ट्विटर पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें देखा जा सकता है कि तालिबान के आतंकी अचकजई को चारों तरफ से घेरे हुए हैं। उनकी आंख पर पट्टी बंधी हुई है और वह घुटनों के बल बैठे हैं। उसके बाद तालिबान आतंकी उन्हें गोलियों से भून देते हैं।

अमेरिकी पत्रकार का तंज

अपने ट्विटर अकाउंट पर इस वीडियो को पोस्ट करने वाले अमेरिकी पत्रकार ने तालिबान पर तंज करते हुए लिखा है, 'यह उनकी सार्वजनिक माफी है।' यह वीडियो ऐसे समय में आया है, जब मंगलवार को तालिबान ने अपने पहले प्रेस कांफ्रेंस में कहा था कि बदले की भावना से किसी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी।


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