Kabul Gurdwara Attack: सिखों ने की गुरुद्वारे पर हुए आतंकी हमले की जांच की मांग
काबुल में गुरुद्वारे पर हुए आतंकी हमले में मारे गए अफगान सिखों के परिवारों ने सरकार से जांच करने का आग्रह किया है।
काबुल, एजेंसियां। काबुल में गुरुद्वारे पर हुए आतंकी हमले में मारे गए अफगान सिखों के परिवारों ने कहा कि वे अफगानिस्तान में रहते हुए थक गए हैं। उन्होंने सरकार से अल्पसंख्यक समुदाय पर हमलों की जांच करने का आग्रह किया है।
अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में बुधवार को इस्लामिक स्टेट के आत्मघाती हमलावर ने एक प्रमुख गुरुद्वारे में खुद को उड़ा लिया, जिसमें 25 सिख मारे गए और आठ अन्य घायल हो गए। जबकि महिलाओं और बच्चों सहित अस्सी लोगों को गुरुद्वारे से बचाया गया। इसके बाद सिखों के अंतीम संस्कार की जगह के पास एक और धमाका हुआ। इस धमाके में एक बच्चा घायल हो गया।
सिख परिवारों ने गुरुवार को पीड़ितों के अवशेषों का अंतिम संस्कार किया और सरकार से हमलों की जांच करने का आग्रह किया। कुछ सिख नागरिकों ने कहा कि वे अफगानिस्तान में रहने से थक गए हैं। मारे गए एक व्यक्ति के परिवार के सदस्य अंधार सिंह ने कहा कि कौन सी धार्मिक पुस्तक आपको मस्जिद या धर्मशाला पर हमला करने के लिए कहती है। वह किस धर्म में होता है?
अफगान राष्ट्रपति अशरफ गनी ने हमले की निंदा करते हुए कहा कि धार्मिक स्थलों पर हमले से दुश्मनों की कमजोरी का पता चलता है, धार्मिक स्थलों को निशाना नहीं बनाना चाहिए।
बता दें कि सिख पहले भी अफगानिस्तान में इस्लामी आतंकवादियों के हमलों का निशाना बन चुके हैं। इससे पहले जुलाई 2018 में, ISIS के आतंकवादियों ने पूर्वी शहर जलालाबाद में सिखों और हिंदुओं की सभा पर हमला किया था, जिसमें 19 लोग मारे गए और 20 घायल हुए थे।